कौन हैं बृजलाल खाबरी जिन्हें कांग्रेस हाईकमान ने सौंपी यूपी की कमान?

punjabkesari.in Saturday, Oct 01, 2022 - 07:56 PM (IST)

लखनऊः सपा-बसपा की तरह कांग्रेस ने भी आगामी लोकसभा चुनाव 2024 की तैयारी अभी से शुरू कर दी है। जिसके तहत देश के सबसे बड़े राज्य उत्तर प्रदेश में कांग्रेस ने बड़े बदलाव किए गए हैं। कांग्रेस हाईकमान ने बृजलाल खाबरी को प्रदेश की कमान सौंपी है। इसके साथ ही संगठन को मजबूत नेतृत्‍व देने के लिए इस बार छह प्रांतीय अध्‍यक्ष भी बनाए गए हैं। शनिवार को कांग्रेस महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने नोटिस जारी कर पार्टी के नए प्रदेश अध्‍यक्ष और प्रांतीय अध्‍यक्षों के नामों का ऐलान किया। बता दें कि 2024 से पहले बदलाव कर संगठन को फिर से मजबूत करने की योजनाएं बनाई जा रही हैं। इसी क्रम में शनिवार को नए प्रदेश अध्‍यक्ष के नाम की घोषणा हुई।

अजय कुमार लल्‍लू के इस्‍तीफे बाद से यह पद था खाली 
बता दें कि पिछले विधानसभा चुनाव में पार्टी की करारी हार के साथ अजय कुमार लल्‍लू के इस्‍तीफे बाद से यह पद खाली चल रहा था। शनिवार को पार्टी ने नए अध्‍यक्ष के रूप में बृजलाल खाबरी के नाम का ऐलान हो गया। उनके साथ ही छह प्रांतीय अध्‍यक्षों के नामों की भी घोषणा हुई। इस बारे में पिछले कुछ दिनों से कयास भी लगाए जा रहे थे। अब नए प्रदेश अध्यक्ष उत्तर प्रदेश में पार्टी को कितनी मजबूती प्रदान करते हैं और उनके आने से लोकसभा के क्या परिणाम निकलकर आते हैं देखना दिलचस्प होगा।



इन्‍हें बनाया गया है प्रांतीय अध्‍यक्ष 
बृजलाल खाबरी को प्रदेश अध्‍यक्ष के रूप में कमान सौंपने के साथ ही जिन छह नेताओं को प्रांतीय अध्‍यक्ष के तौर पर जिम्‍मेदारी मिली है उनमें नसीमुद्दीन सिद्दीकी, अजय राय, वीरेंद्र चौधरी, नकुल दुबे, अनिल यादव (इटावा) और योगेश दीक्षित शामिल हैं।

कौन हैं बृजलाल खाबरी?
खबरों के मुताबिक बृजलाल खाबरी जालौन जिले के रहने वाले हैं जो 2016 में कांग्रेस में शामिल हुए थे। इससे पहले वह बसपा में जोनल कोऑर्डिनेटर रह चुके थे। वह 2017 और 2022 का विधानसभा चुनाव लड़े लेकिन हार गए थे। पिछला चुनाव उन्‍होंने ललितपुर जिले की महरौनी (सुरक्षित) सीट से लड़ा था। बीजेपी के मनोहर लाल पंथ (मन्‍नू कोरी) ने उन्‍हें हराया था। मन्‍नू यूपी सरकार में मंत्री बनाए गए हैं। बता दें कि ब्रजलाल खाबरी को कांग्रेस आलाकमान का करीबी माना जाता है। 

दलित चेहरे के आसपास घूमेगी कांग्रेस की राजनीति?
केंद्र और उत्तर प्रदेश की सत्ता से बाहर कांग्रेस का पूरा फोकस दलित वोटबैंक पर है जो कांग्रेस से काफी हद तक छिटक गया है। एक बार फिर उसे समेटने के लिए कांग्रेस हाईकमान दलित चेहरों को आगे कर रहे हैं। इस समय कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष बनने की भी चर्चाएं तेजी से चल रही हैं। अध्यक्ष बनने की दौड़ में पार्टी के दलित चेहरा व कद्दावर नेता मल्लिकार्जुन खड़गे सबसे आगे हैं। उनका अध्यक्ष बनना बहुत हद तक तय माना जा रहा है। अब उत्तर प्रदेश में भी दलित चेहरे को आगे कर कांग्रेस ने साफ कर दिया है कि उनकी राजनीति अब दलित समुदाय के आसपास घूमने वाली है। 

यूपी में क्या है कांग्रेस की मौजूदा स्थिति
कांग्रेस ने यूपी की राजनीति में वापसी के लिए काफी कोशिश की बावजूद इसके परिणाम कुछ खास नहीं मिला। 2022 के चुनाव में तत्कालीन यूपी कांग्रेस अध्यक्ष अजय लल्लू के साथ मिलकर पार्टी महासचिव प्रियंका गांधी ने पूरी कमान अपने हाथ रखी। सड़क पर संघर्ष के जरिए पार्टी को फिर से खड़ा करने की कोशिश की। चुनावी घोषणा पत्र में आधी आबादी सहित हर वर्ग के लिए लोकलुभावन वादे किए लेकिन अंतत: नजीता सिफर रहा। पार्टी को सिर्फ दो सीटों पर संतोष करना पड़ा। यह यूपी की राजनीति में विधानसभा चुनाव के दौरान कांग्रेस का अब तक का सबसे खराब प्रदर्शन है।

Content Writer

Ajay kumar