21 फरवरी से होगा राम मंदिर का निर्माण, गोली भी खानी पड़ी तो हम तैयार हैं: स्वामी स्वरूपानंद

punjabkesari.in Wednesday, Jan 30, 2019 - 07:12 PM (IST)

प्रयागराज: प्रयागराज में आयोजित साधु संतों की धर्म संसद में राम मंदिर निर्माण को लेकर बड़ा फैसला हुआ है। धर्म संसद के अध्यक्ष स्वामी स्वरूपानंद समेत अन्य साधु संतों ने फैसला लिया है कि राम मंदिर का निर्माण 21 फरवरी से शुरू हो जाएगा। 10 फरवरी से साधु संत अयोध्या के लिए कूच करेंगे।  
हमें गोली भी खानी पड़ी तो भी हम तैयार हैं: धर्म संसद 
इस दौरान धर्म संसद ने कहा कि रामजन्म भूमि के लिए संघर्ष किया जाएगा। अब रामजन्म भूमि के लिए बलिदान देने का समय आ गया है। 
गांधीजी के सविनय अवज्ञा को अपनाया जाएगा। 21 फरवरी को शुभ मुहूर्त में न्यास को सम्पन्न कराया जाएगा। बसंत पंचमी के बाद प्रयागराज से अयोध्या के लिए प्रस्थान किया जाएगा। इस मंदिर निर्माण के लिए हमें गोली भी खानी पड़ी तो हम तैयार हैं।
जमीन को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में दायर की याचिका- 
इससे पहले राम मंदिर निर्माण को लेकर केंद्र सरकार ने सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर कर कहा कि अयोध्या में जो विवादित स्थल पर हिंदू पक्षकारों को जमीन दी गई है, उसे रामजन्मभूमि न्यास को सौंप दिया जाए। सुप्रीम कोर्ट अयोध्या में विवादास्पद राम जन्मभूमि बाबरी मस्जिद स्थल के पास अधिग्रहण की गई 67 एकड़ जमीन को उसके मूल मालिकों ( रामजन्मभूमि न्यास) को लौटाने का आदेश दे। साथ ही मोदी सरकार ने कहा कि बाकी का 2.77 एकड़ भूमि का कुछ हिस्सा भारत सरकार को लौटा दिया जाए। ज्ञात हो कि रामजन्मभूमि-बाबरी मस्जिद जमीन विवाद के आसपास की करीब 70 एकड़ जमीन केंद्र के पास है और इसमें से 2.77 एकड़ की जमीन पर इलाहाबाद हाईकोर्ट ने फैसला सुनाया था। जिस भूमि को लेकर विवाद चल रहा है वो 0.313 एकड़ ही है। सरकार ने कहा कि इस विवादित जमीन को छोड़कर बाकी सारी जमीन भारत सरकार को सौंपी जाए क्योंकि इस जमीन को लेकर कोई विवाद नहीं है।
  
संतों को रोकना योगी सरकार के लिए चुनौती-
21 फरवरी यूपी की आदित्यनाथ सरकार के लिए बड़ी चुनौती होगी। क्योंकि अगर सरकार ने संतों को रोका तो मुश्किल और न रोका तो सुप्रीम कोर्ट की अवमानना होगी। इतना ही नहीं संतों को रोकने पर मंदिर विरोधी होने का आरोप भी लगेगा। पहले ही मंदिर मसले पर बीजेपी को जुमलेबाज कहा जा रहा है। 

Ajay kumar