UP इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह को योगी ने किया संबोधित

punjabkesari.in Thursday, Feb 22, 2018 - 06:35 PM (IST)

लखनऊः यूपी इन्वेस्टर्स समिट के समापन को संबोधित करते हुए सीएम योगी ने राष्ट्रपति का स्वागत किया। वहीं इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह में हिस्सा लेने के लिए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद गुरुवार शाम चार बजे लखनऊ पहुंचे। करीब 4 बजे विशेष विमान से अमौसी एयरपोर्ट पहुंचे राष्ट्रपति का स्वागत राज्यपाल राम नाईक, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ, डिप्टी सीएम दिनेश शर्मा व गृह मंत्री राजनाथ सिंह ने किया।

राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने समिट को किया संबोधित 
इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह को संबोधित करते हुए राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने कहा कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उनकी टीम को इस सफल आयोजन के लिए बधाई। समिट का अयोजन करना एक बात है, लेकिन सफल आयोजन अलग बात है, इसलिए बधाई। उत्तर प्रदेश अपार संभावनाओं का प्रदेश है। देश के युवा अपनी प्रतिभा का परचम फहरा रहे हैं। नौ प्रधानमंत्री इसी प्रदेश से गए हैं। मेरा जन्म भी इसी प्रदेश में हुआ है। इस प्रदेश की क्षमताओं का प्रयोग देश की तरक्की में भी योगदान देगा।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि समिट उत्तर प्रदेश के विकास की दिशा में महत्वपूर्ण कदम है। पिछले तीन साल में एफडीआई में रिकॉर्ड बढ़ोतरी हुई है। जीएसटी, कैशलेश भुगतान ने देश में निवेश की संभवनाओं को बढ़ाया है। यह प्रदेश देश ही नहीं दुनिया में सबसे बड़े बाजार और मैनफोर्स के रूप में जाना जाता है। उत्तर प्रदेश के विशेष प्रयासों की बदौलत देश और विदेश के निवेशक प्रदेश में निवेश के लिए आ रहे है।

राष्ट्रपति ने कहा कि भारत और मॉरिशस का पुराना रिश्ता है। मॉरिशस की आजादी की 50वीं वर्षगांठ पर मैं स्वयं वहां रहूंगा। इलेक्ट्रानिक्स मैन्यूफैक्चरिंग के लिए प्रदेश एक बड़ा बाजार बनकर उभर रहा है। उत्तर प्रदेश किसान भाई बहनों का राज्य है। फूड प्रोसेसिंग, डेयरी आदि में निवेश की असीम संभावनाएं हैं। मुझे खुशी है कि निवेशकों ने इस दिशा में रुचि दिखाई है।

उत्तर प्रदेश राष्ट्रपति की जन्मभूमि और कर्मभूमि है- योगी
सीएम योगी ने कहा कि उत्तर प्रदेश राष्ट्रपति की जन्मभूमि और कर्मभूमि है, उनका इससे विशेष लगाव है। इसलिए उनका और प्रधामंत्री का प्रदेश के विकास के लिए लगातार मार्गदर्शन मिलता रहता है। यह हम सबका सौभाग्य है कि आज के इस कार्यक्रम में केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली जी का मार्गदर्शन भी हमें प्राप्त हो रहा है।

उन्होंने कहा कि इस इन्वेस्टर्स समिट में 4 लाख 28 हजार करोड़ के इन्वेस्टमेंट के बारे में पूरी व्यवस्था की। इसके अलावा करीब चार लाख के ऐसे प्रस्ताव आए हैं, जिन्होंने प्रदेश में निवेश की इच्छा जातई है। इस निवेश से 33 लाख रोजगार प्राप्त होंगे। एक लाख करोड़ का रुपए का इन्वेस्टमेंट डिफेंस कॉरीडोर में होगा। प्रधानमंत्री ने इसका आश्वासन दिया है। साथ ही उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के विधायक लोकेंद्र सिंह चौहान की मौत पर कार्यक्रम में जताया दुख और श्रद्धांजलि दी।

केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने समिट को किया संबोधित 
केंद्रीय वित्त मंत्री अरुण जेटली ने इन्वेस्टर्स समिट के कार्यक्रम में कहा कि सरकारें बदलती हैं, मुख्यमंत्री बदलतें, लेकिन इस बदलाव से प्रदेश की स्थिति में कोई बदलाव आता है, यह सरकार की कार्यशैली से पता चलता है। योगी जी के नेतृत्व में प्रदेश में इतिहास लिखा जा रहा है। निवेशकों के अनुकूल देश की स्थिति को बनाना हमारा लक्ष्य है। निवेशकों के आने से रोजगार बढ़ते हैं, सरकार के पास ज्यादा पैसा आता है। उसी पैसे से सरकार वंचितों का ख्याल रखती है।

इसके साथ ही उन्होंने कहा कि प्रदेश की जनता मुख्यमंत्री की ओर देखती है, क्योंकि कड़े निर्णय लेना, उनकी गति क्या हो, निवेशक यह सब देखता है और यह सब योगी आदित्यनाथ में दिखता है। सबसे अधिक उपभोक्ता उत्तर प्रदेश में है। पुरानी एग्रो बेस्ड इंडस्ट्री उत्तर प्रदेश में है। इसका विकास करना चनौती नहीं है। उद्योग के साथ ट्रेंड नौजवनों की आवश्यकता की पूर्ति के लिए उद्योगों के साथ शैक्षिक संस्थानों को भी विकासित किया जाए।

यूपी में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इन्वेस्टर्स समिट हुई-रामनाइक
इन्वेस्टर्स समिट के समापन समारोह में राज्यपाल रामनाइक ने कहा कि यूपी में पहली बार इतने बड़े पैमाने पर इन्वेस्टर्स समिट हुई है। उत्तर प्रदेश के विकास के इतिहास में यह समिट स्वर्ण अक्षरों में लिखी जाएगी। मैं मुंबई से आता हूं। मुंबई से तीन बार विधायक रहा, सांसद रहा, मंत्री रहा। लेकिन जहां से मैं आता हूं, वहां 65 प्रतिशत लोग स्लम में रहते है। लेकिन देश की आर्थिक राजधानी भी उन्हीं की वजह से बनी है। रोजगार के लिए लोग दूसरे प्रदशों में जाते हैं। लेकिन जब यूपी में ही रोजगार मिलेगा तो कौन वहां जाएगा।

राज्यपाल ने कहा कि उत्तर प्रदेश के सरकारी यूनिवर्सिटी से 15 लाख नौजवान ग्रेजुएट हुए हैं। प्राइवेट को मिलाकर करीब 20 लाख लोग ग्रेजुएट हुए हैं। यह प्रदेश के लिए मानव संसाधन है, जिसे प्रयोग किया जा सकता है। अधिकारियों को निर्देश- योजना बनाते हैं लागत भी तय करते हैं, लेकिन समय पर काम पूरा न करने से लागत बढ़ती है। इसलिए समय पर काम पूरा करना होगा, ताकि और ज्यादा निवेश आ सके।