योगी बोले- नियंत्रित महिलाएं ही दे सकती हैं महान लोगों को जन्म

punjabkesari.in Tuesday, Mar 21, 2017 - 10:56 AM (IST)

नई दिल्ली\लखनऊ:यूपी विधानसभा चुनाव में महिलाओं ने बड़ी संख्या में भाजपा को वोट दिया था। महिलाओं के बारे में यू.पी. के सी.एम. योगी आदित्यनाथ के विचार महिलाओं के लिए खासे दिलचस्प हो सकते हैं। योगी का मानना है कि महिलाओं को जन्म से मृत्यु तक सुरक्षा की जरूरत होती है और उनकी ऊर्जा को सही दिशा देनी चाहिए या नियंत्रित करना चाहिए ताकि वह बेकार और विध्वंसक न हो जाए। अपनी वैबसाइट पर मौजूद लेखों में योगी ने कहा है कि नियंत्रित महिलाएं ही महान लोगों को जन्म दे सकती हैं और उनका पालन-पोषण कर सकती हैं। इनमें से ज्यादातर लेख 2014 के हैं।

महिलाओं के आरक्षण के विरोध में उन्होंने कहा है कि पहले यह देखना होगा कि ग्राम सभाओं और स्थानीय निकायों में आरक्षण से माताओं और पत्नियों के रूप में उनकी प्राथमिक भूमिका कितनी प्रभावित हो रही है। अपने लेख ‘मातृ-शक्ति भारतीय शक्ति’ के संदर्भ में योगी ने कहा है हमारे शास्त्रों में महिलाओं की महानता बताई गई है लेकिन साथ ही उनके महत्व और उनकी मर्यादा को देखते हुए उन्हें सुरक्षा देने की जरूरत का उल्लेख भी किया गया है। उन्होंने लिखा है अगर आप ऊर्जा को स्वतंत्र और अनियंत्रित छोड़ दें तो यह बेकार और विध्वंसक हो जाती है, ठीक उसी तरह शक्ति स्वरूपा स्त्री को वस्तुत: स्वतंत्रता की नहीं, बल्कि सुरक्षा और निर्देशन के साथ एक सार्थक भूमिका की आवश्यकता होती है।

उनका कहना है कि शास्त्रों में कहा गया है कि बचपन में महिला की रक्षा उसका पिता करता है, युवावस्था में पति और वृद्धावस्था में उसका बेटा करता है इसलिए महिला में यह क्षमता नहीं होती है कि उसे स्वतंत्र या आत्मनिर्भर छोड़ दिया जाए। उन्होंने लिखा है इस प्रकार स्त्री सर्वथा स्वतंत्र या मुक्त छोडऩे योग्य नहीं है। इस लेख में लिखा गया है कि महिला को स्वतंत्र नहीं छोड़ना चाहिए का अर्थ गुलामी या पराधीनता नहीं है बल्कि इसका अर्थ उसकी ऊर्जा शक्ति को नियंत्रित करने और दिशा देने से है। ऐसी नियंत्रित और सुरक्षित महिला शक्ति ही महान लोगों को जन्म देकर उनका पालन-पोषण करेगी और आवश्यकता पडऩे पर घर से निकलकर युद्ध भूमि में जाकर दुष्ट शक्तियों का विनाश करेगी।

महिला आरक्षण के बारे में
योगी जीवन के सभी मोर्चों पर महिलाओं की भागीदारी बढ़ाने का समर्थन करते हैं, लेकिन उनका यह भी मानना है कि महिलाओं को आरक्षण देने से समाज में एक नई खाई पैदा होगी। इस मुद्दे पर उन्होंने संसद में भाजपा के रुख का भी विरोध किया था। गोरख नाथ मंदिर के महंत आदित्य नाथ का कहना है कई मामलों में महिलाओं को पहले ही आरक्षण मिला हुआ है। ग्राम सभाओं, पंचायतों और स्थानीय निकायों में उनके आरक्षण के असर का पहले विश्लेषण होना चाहिए। उसके बाद तय किया जाना चाहिए कि सक्रिय राजनीति में पुरुषों की तरह शामिल महिलाएं माता, बेटी और बहन के रूप में अपने महत्व और भूमिकाओं से हाथ तो नहीं धो रही हैं।