50 हजार रूपये का इनामी अपराधी पुलिस गिरफ्त से फरार

punjabkesari.in Wednesday, May 11, 2016 - 05:38 PM (IST)

इलाहाबाद(सैयद रजा): 50 हजार रूपये का ईनाम घोषित होने के बाद कुछ दिन पहले ही गिरफ्तार किया गया इलाहाबाद का शातिर अपराधी विनोद कुमार उर्फ गदऊ पासी आज कोर्ट कैम्पस के गेट पर फिल्मी अंदाज में पुलिस वालों को चकमा देकर फरार हो गया। महज 18 साल के गदऊ पासी के खिलाफ हत्या-लूट और अपहरण के 2 दर्जन से ज्यादा केस दर्ज हैं। छोटी सी उम्र में वह अपना अलग गैंग चलाता था। इलाहाबाद के धूमनगंज पुलिस स्टेशन में इसकी अलग हिस्ट्रीशीट खुली हुई है। शातिर गदऊ पासी को मिर्जापुर जेल से इलाहाबाद की जुवेनाइल कोर्ट में पेशी पर लाया गया था। पेशी से लौटते वक्त उसने पुलिस वाले का हाथ छुड़ाया और कूदकर पहले से लगी एक बाइक पर पीछे बैठकर फरार हो गया। 18 साल के इस शार्प शूटर ने ज्यूडिशियल कस्टडी से फरार होने के लिए फिल्मी अंदाज में साजिश रची थी। अपनी इस साजिश में वह पूरी तरह कामयाब रहा और मौके पर मौजूद पुलिस वाले चुपचाप खड़े तमाशा देखते रह गए। हैरत की बात यह है कि जिस ज्यूवेनाइल कोर्ट के गेट से क्रिमिनल गदऊ पुलिस वालों को चकमा देकर फिल्मी अंदाज में फरार हुआ है, वह खुल्दाबाद पुलिस स्टेशन के ठीक सामने है।  
 
गदऊ के फरार होने के बाद मौके पर पहुंचे पुलिस वालों ने शहर भर में नाकेबंदी कर जगह-जगह चेकिंग अभियान चलाया। लेकिन कोई नतीजा नहीं निकल सका। अफसरों ने गदऊ को मिर्जापुर जेल से लाने वाले दोनों पुलिस वालों को सस्पेंड कर दिया है। 50 हजार रूपये का ईनाम घोषित होने के बाद पिछले साल सितम्बर में गिरफ्तार किए गए गदऊ पासी ने एक स्कूल का ट्रांसफर सर्टिफिकेट लगाकर खुद को नाबालिग बताया था। नाबालिग होने की वजह से ही उसकी पेशी ज्यूवेनाइल कोर्ट में होती थी। वह इलाहाबाद के धूमनगंज पुलिस स्टेशन में रजिस्टर्ड गैंग नंबर डी-32 का गैंग लीडर है और इसी थाने में उसकी हिस्ट्रीशीट 55-ए खुली हुई है। उस पर गैंगस्टर व गुंडा एक्ट के तहत भी कार्रवाई हो चुकी है। इलाहाबाद में पिछले साल मुफ्त में जूता नहीं देने पर शोरूम में घुसकर उसे मौत के घाट उतारने के बाद वह चर्चित हो गया था।