दारोगा का बर्बर चेहरा आया सामने, प्रेग्नेंट महिला के पेट में मारी लात, शिशु की मौत

punjabkesari.in Thursday, Sep 01, 2016 - 05:23 PM (IST)

सुल्तानपुर: अपनी करतूत को लेकर हमेशा से सुर्खियों में रहने वाली यूपी पुलिस का एक और बर्बर चेहरा सामने आया है। परिवार में दो भाइयों के बीच मामूली विवाद पर पहुंची पुलिस ने एक परिवार के साथ जो जुल्म किया उसे आप भी सुनकर हैरान रह जाएंगे। पुलिस की बर्बरता ने ना केवल पेट में पल रहे एक मासूम की जान ले ली, बल्कि पूरे परिवार को ही दहशत में डाल दिया।

 
दरअसल, दो दिन पहले नगर कोतवाली के पार्किंसनगंज इलाके के पटवा परिवार में दो भाइयों के बीच मामूली विवाद हुआ। मामला बिगड़े न लिहाजा परिवार की एक बच्ची ने पुलिस को 100 नंबर पर कॉल कर सूचना दी। बस यही गलती इस परिवार पर भारी पड़ गई। लिहाजा पुलिस आई. पुलिस आई तो उसे कुछ न कुछ करना ही था सो उसने वो कर दिखाया जिसे सुनकर आप हैरान रह जाएंगे। मौके पर पहुंचे पुलिस के सब इन्स्पेक्टर शिव प्रकाश सिंह उफऱ् एसपी सिंह ने घर की महिलाओं को गाली देना शुरू कर दिया। यही नहीं कुछ एक को वह घर से बाहर खींचने लगे। इसी दौरान इन्स्पेक्टर साहब का सर दीवार से टकरा गया और उनके सर से खून बहने लगा। खून देख कर इन्स्पेक्टर साहब का खून खौल उठा और फिर उन्होंने बर्बरता की सारी हदें पार करते हुए परिवार की एक गर्भवती बेटी को लात मार दी।
 
 
इतना ही नहीं पुलिस वाले परिवार के लोगों को घसीटते हुए कोतवाली ले आए। ताज्जुब तो यह कि इस दौरान महिला पुलिस का दूर-दूर तक पता नहीं था. कायदे से महिलाओं को महिला पुलिस द्वारा कोतवाली लाना चाहिये था। कोतवाली में पुलिस ने पकड़ कर लाए गए दो युवकों पर जमकर कहर बरपाया। मामला खुले न लिहाजा अगले दिन पुलिस ने कार्रवाई करते हुए दो महिलाओं समेत चार को जेल भेज दिया गया। पुलिस की लात गर्भवती बेटी सहन नहीं कर पाई और देर रात दर्द से कराहते हुए उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक उसका पेट में पल रहे शिशु की मौत हो चुकी थी।
 
पीड़िता ने बताया कि सब इंस्पेक्टर के दीवार में लडऩे से चोट लग जाने के बाद जब खून बहने लगा तो उसके पिता इंस्पेक्टर का सर पोंछने लगे और उसे धुलने के लिए पानी मांगा। पीड़िता ऊपर से पानी लेकर नीचे आई तो आरोपी एसपी सिंह ने उसे लात मार दी। देर रात उसे दर्द हुआ, उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन तब तक उसके शिशु की मौत हो चुकी थी।
 
पुलिस की बरती गई इस बर्बरता की जानकारी पर व्यापारी आक्रोशित हो उठे। दुकानें बंद कर उन्होंने पुलिस की इस बर्बर हरकत पर नारेबाजी की और कलेक्ट्रेट पहुंच गए। घंटों नारेबाजी करते हुए व्यापारियों ने दौरे पर आये प्रमुख सचिव हेमंत राव को ज्ञापन दिया और आरोपी इंस्पेक्टर के खिलाफ कार्यवाई करने की मांग की। इधर, पुलिस अधीक्षक पवन कुमार ने बताया कि मामले की जांच के बाद कानूनी कार्रवाई की जाएगी।