फेसबुक, ड्रग्स, ब्लैकमेल और फिर रेप, पश्चिमी उ.प्र. में फैलता जाल

punjabkesari.in Wednesday, Nov 25, 2015 - 04:03 PM (IST)

मेरठ (आदिल रहमान): छोटी-छोटी मासूम लड़कियों को फ़ंसाने के लिए पहले फेसबुक पर दोस्ती का जाल बिछता है। फिर धीरे-धीरे दोस्ती की आड़ में पूल पार्टियां, ड्रग्स का नशा और फोटो शूट का दौर चलता है। उसके बाद बेहोशी की हालत में लड़कियों के साथ अश्लील हरकतें और रेप की कोशिश की जाती हैं। यही नहीं ब्लैक मेल करने के लिए समाज में बदनाम करने के लिए धमकी दी जाती है। मेरठ में बड़े घरानों और राजनीति में दखल रखने वाले लोगों के नौनिहालों का गैंग है। इस गैंग का खुलासा किया मेरठ में केंद्रीय सेवा में तैनात एक अधिकारी की बेटी ने, जो कक्षा नौ की छात्रा है। पुलिस ने मामला दर्जकर तीन छात्रों को गिरफ्तार जेल भेज दिया है।
 
क्या है मामला-
शास्त्रीनगर में रहने वाले केंद्रीय सेवा में अधिकारी की नाबालिग बेटी ने ड्रग्स स्कैंडल का भंडाफोड़ करते हुए शशांक प्रधान, सिद्धार्थ गुर्जर, शुभम प्रधान, अरीब सिद्दीकी और साकिब पर गैंगरेप के प्रयास का आरोप लगाते हुए केस दर्ज कराया था। पीड़ित छात्रा ने कोर्ट में मजिस्ट्रेट के सामने 164 सीआरपीसी के बयान दर्ज कराए। 
 
लड़की ने मीडिय़ा के सामने आकर पूरा घटनाक्रम बताते हुए कहा कि फेसबुक के ज़रिये उससे आरोपियों में से एक शशांक नाम के लड़के से दोस्ती हुई और उसके बाद शशांक ने उसे अपने एक दोस्त अरिब से मिलवाया। उससे बाद अरिब ने छात्रा से दोस्ती करने के लिए अपने साथियों (जो आरोपी हैं )से भी लगातार मदद मांगता रहा और इतना ही नहीं उसे इमोशनल ब्लैकमेल भी करता रहा। आखिऱकार लड़की ने उससे दोस्ती कर ली और धीरे धीरे उनकी दोस्ती बढ़ती रही और मेरठ में विभिन्न जगहों पर मुलाकातों का सिलसिला चलता रहा। 
 
लड़की की मानें तो जब भी अरिब उससे मिलने आता था तो कुछ न कुछ खाने को लेकर आता था और उसे खाकर उसके सर में दर्द हो जाता था। पीड़िता ने बताया कि एक बार उसको अरिब ने एक पूल पार्टी में भी बुलाया। वहां बहुत सारे लड़के लड़कियां पार्टी कर रहे थे और नशा आदि का सेवन कर रहे थे। वहां मौजूद लड़कियां भड़काऊ कपड़े पहनी हुई थी। पीड़िता ने बताया कि उस दिन उसे एहसास हुआ कि अरिब की संगत अच्छी नहीं और उसने उसके बाद अरिब से संपर्क खत्म कर दिया। लेकिन इसके बाद भी लड़की को लगातार इमोशनली ब्लैकमेल किया जाता रहा।
 
इसके बाद उसकी दोस्ती शशांक के छोटे भाई शुभम से हो गयी और वो शुभम से मिलती रही। फिर उसकी दोस्ती शुभम से कम हो गयी उसके बाद छात्रा की एक और लड़के सिद्धार्थ से फेसबुक पर दोस्ती हो गयी और मिलाना जुलना शुरू हो गया। पीड़िता ने बताया कि वो जब भी सिद्धार्थ से मिलती थी और उसके साथ कुछ भी खाती थी तो उसको नशा हो जाता था। फिर एक दिन सिद्धार्थ उसे बहला फुसला कर मेरठ के गंगानगर में एक जगह ले गया जहां पहले से ही चार लड़के मौजूद थे। जिनका नाम अरिब ,शुभम ,शशांक और साकिब है। 
 
छात्रा का कहना है वि वह साकिब को नहीं जानती थी, इसी बीच अरिब वहां से कुछ खाने पीने को लाने के लिए चला गया। आरिब के लाए खाने को खाकर वह बेहोश होने लगी तो उसको एक गेस्ट हाऊस में ले जाया गया। जब लड़की को होश आया तो उसने खुद को अस्त व्यस्त हालत में पाया और उसके कपड़े भी उतारे गए थे। 
 
छात्रा का कहना है कि उसको लगा कि उसके साथ गलत काम हुआ है। आरोपी उसे वहां से छोड़कर फरार हो गए। 
बीती 18 तारीख़ को इन पांचो ने लड़की को डरा धमका कर पीवीएस मॉल मिलने बुलाया। लड़की ने सारी बात अपने पिता को बताई और उसके बाद पुलिस में शिकायत के बाद मॉल जाकर आरोपियों को पकडऩे की कोशिश की। पुलिस ने अरिब नाम के लड़के को पकड़ लिया जबकि अन्य फरार हो गए। फिलहाल पुलिस ने इस मामले में अब तक अरिब सहित अन्य दो आरोपियों शशांक और शुभम को भी आज गिरफ्तार कर लिया है।
 
क्या कहना है पीड़िता का-
पीड़ित छात्रा कहना है कि वो इस गैंग के सभी लोगों को सजा दिलाकर ही दम लेगी। इस गैंग में लड़कियां भी हैं, वो मासूम लड़कियों को 
फंसाकर ड्रग्स का आदी बनाती हैं। मामले के बाद पीड़ित छात्रा के परिवार का रो-रोकर बुरा हाल है। सब लोग डरे, सहमे हुए हैं। 
उनको लगता है उनके परिवार के साथ कहीं कुछ  अनहोनी ना हो जाए।

बीजेपी कार्यर्कताओं ने डीआईजी कार्यालय का किया घेराव-
लड़की के साथ अश्लीलता और दुष्कर्म करने के प्रयास के मामले में आरोपियों की गिरफ्तारी न होने पर बीजेपी कार्यर्कताओं ने डीआईजी कार्यालय में डीआईजी का घेराव करते हुए कार्रवाई की मांग की। उनका आरोप है कि शहर में कई स्थानों पर स्लो पॉयजऩ युवाओं को परोसा जा रहा है जबकि पुलिस सबकुछ जानकर भी अनजान बनी हुई है। 
 
क्या कहती है पुलिस-
उधर प्रधानी चुनाव की समीक्षा बैठक लेने मेरठ पहुंचे एडीजी लॉ एंड ऑर्डर से इस बारे में सवाल किये तो उन्होंने मामले की गंभीरता मानते हुए कहा कि मामले की जांच की जा रही है और जो भी इस मामले से जुड़ा होगा वो सलाखों के पीछे जाएगा। वहीं इस मामले में सरकार हाई कमान के आदेश के बाद सरकार के नुमाइंदे पीड़िता के घर पहुंच रहे हैं और उन्हें मामले में उचित कार्रवाई का भरोसा दे रहे हैं।