मंदिर के घंटे से लगाई फांसी, सुसाइड नोट में लिखी दर्दभरी दास्तां (Pics)

punjabkesari.in Saturday, Oct 10, 2015 - 05:16 PM (IST)

कानपुरः कानपुर में एक ऐसा हैरान कर देने वाला मामला सामने आया है जिसे पढ़ कर हर किसी की आंखों में आंसू आ जाएंगे। आपको बता दें कि आईएएस की प्री परीक्षा पास कर चुकी बिठूर की मोनी ने शुक्रवार को मंदिर के घंटे से दुपट्टा बांधकर फांसी लगा ली। जानकारी के मुताबिक मोनी (23) बिठूर के शिवदीनपुरवा निवासी अयोध्या प्रसाद निषाद की मंझली बेटी थी। मृतका के भाई आशीष ने बताया कि उसकी बहन ने पिछले साल ग्रेजुएशन किया था। वह आईएएस की तैयारी कर रही थी। पहली ही कोशिश में उसने प्री-परीक्षा पास कर ली थी।

उसने बताया कि वह 7 अक्तूबर को सुबह 8 बजे कोचिंग के लिए निकली थी। लेकिन वह वापिस नहीं आई। उन्होंने इस बात की सूचना नवाबगंज थाने में दे दी। पुलिस ने लड़की की गुमशुदगी की रिर्पोट दर्ज कर ली। लेकिन हैरान कर देने वाली बात यह है कि पुलिस को मृतका के बैग से सुसाइड नोट मिले। जिसमें मृतका ने अपनी चाची और दादी पर जिंदगी बर्बाद करने का आरोप लगाया है। उसने लिखा था कि ‘मम्मी-पापा माफ कर देना, मेरे भाई मुझे कितना चाहते थे कितना ज्यादा हौसला देते थे कि तुम आईएएस जरूर बनोगी। उसी हौसले की वजह से मैंने अपना दिन-रात एक कर दिया। यहां तक कि मुझे खाना खाने तक का समय नहीं था।

एक ही पल में मनोहर की पत्नी डल्लापुरवा और श्रीराम बड़कू की पत्नी डल्लापुरवा, इन लोगों ने सब बर्बाद कर दिया। मेरी बददुआ है इन लोगों को.........। आज मैं जितना तड़प रही हूं इससे ज्यादा तड़पेंगे। इन लोगों की वजह से एक महीने से सो नहीं पायी हूं। इतनी ज्यादा दुखी हूं, डिप्रेशन में हूं। हालांकि डेढ़ पन्ने के इस पत्र में आत्महत्या की वजह का जिक्र नहीं किया है। वहीं पुलिस को शुक्रवार मृतका के घर से करीब 13 किमी दूर रामेश्वर धाम मंदिर में उसका शव मिलने की सूचना मिली।

मंदिर की पुजारिन उर्मिला ने पुलिस को बताया कि सुबह करीब साढ़े 10 बजे यह लड़की (मोनी) मंदिर के एक कोने में पढ़ते दिखी थी। दोपहर करीब एक बजे वह फिर मंदिर पहुंचीं तो देखा कि लड़की का शव लटका हुआ था। इंस्पेक्टर संजय मिश्र ने बताया कि लड़की ने सुसाइड नोट में वजह का जिक्र नहीं किया है। शव का पोस्टमार्टम शनिवार को कराया जाएगा।पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।