नक्सली हमला : मुजफ्फरनगर के गांव कटिया में पसरा मातम (Pics)

punjabkesari.in Wednesday, Jul 20, 2016 - 10:41 AM (IST)

मुजफ्फरनगर/बुढ़ाना/जानसठ: ‘वीरान हो गई मेरी दुनिया तेरे बगैर, रूठा हुआ है मुझसे सवेरा तेरे बगैर। अब तो दिल के अरमां भी खो गए, मुश्किल है घर को सजाना तेरे बगैर।’ कुछ इस तरह की आह मां धनवंती के दिल से उस वक्त निकली, जब उसे पता चला कि उसका बेटा हरविंद्र नक्सलियों के हमले में शहीद हो गया। शहीद हरविंद्र मुजफ्फरनगर के गांव कटिया का निवासी था, यहां उसके घर सी.आर.पी.एफ. मुख्यालय से फोन आया। इसमें उसके बेटे की मौत पिता भीष्म के कानों में पारे की तरह उतर गई।

बताया गया कि जानसठ क्षेत्र के गांव कटिया निवासी हरविंद्र पंवार उर्फ हंसराज पुत्र भीष्म पंवार सन् 2008 में सी.आर.पी.एफ. में भर्ती हुआ था। वह बिहार के गया में 205 कोबरा बटालियन में तैनात था। सी.आर.पी.एफ. की गाड़ी पर हुए नक्सली हमले में सेना के 10 जवान शहीद हुए। जवाबी कार्रवाई में 3 नक्सली भी ढेर हो गए। बताया गया कि इस मुठभेड़ में हरविंद्र पंवार भी शहीद हो गया।

यह सूचना सी.आर.पी.एफ. मुख्यालय दिल्ली से पीड़ित पिता भीष्म को फोन से दी गई। सूचना के बाद पिता के कंधे पर बेटे के जनाजे का सबसे बड़ा बोझ जहां धर गया, वहीं बहादुर पिता को गर्व था कि उसका बेटा भारत माता के लिए नक्सलियों से लोहा लेते हुए शहीद हो गया। दी गई जानकारी के मुताबिक सूचना के अनुसार शहीद हरविंद्र का शव बुधवार को उनके पैतृक गांव कटिया में पहुंचेगा। 

मुख्यमंत्री ने भी नहीं ली शहीद के परिवार की सुध
बिहार के गया में नक्सली हमले के दौरान हरविंद्र के शहीद होने की सूचना से पूरे जनपद में जहां शोक की लहर थी, वहीं सूबे के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव अपनी सरकार की उपलब्धियां गिनाने में व्यस्त रहे। मुजफ्फरनगर की नई मंडी के नसीरपुर में सी.एम. का कार्यक्रम चल रहा था। जनपद में होते हुए भी मुख्यमंत्री ने देश के लिए अपनी जान न्यौछावर करने वाले शहीद हरविंद्र के परिवार को सांत्वना देना उचित नहीं समझा। सी.एम. के इस रवैए से जानसठ क्षेत्र में लोगों में रोष व्याप्त है।