UP Election 2022: Muzaffarnagar Assembly Seat पर कब कौन पड़ा किस पर भारी, यहां है पूरी जानकारी
punjabkesari.in Monday, Jan 24, 2022 - 01:56 PM (IST)
Muzaffarnagar Assembly Seat – 14
मुजफ्फनगर सीट का इतिहास
सबसे पहले आपको मुजफ्फनगर सीट के इतिहास के बारे में बता देते हैं। पिछले चार चुनाव आंकड़ों को देखें तो इस सीट पर दो बार बीजेपी और दो बार समाजवादी पार्टी को जीत मिली है। 2017 में हुए चुनाव में यहां से भारतीय जनता पार्टी के कपिलदेव अग्रवाल चुनाव जीते हैं। इससे पहले 2012 में यहां से समाजवादी पार्टी के चितरंजन स्वरूप चुनाव जीते थे। इस बार इस सीट को बीजेपी के लिए जीतना आसान नहीं दिख रहा है। क्योंकि किसान आंदोलन का असर भी इस सीट पर साफ देखने को मिल रहा है।
मुख्य समस्याएं
इस सीट पर लोगों की मुख्य समस्या शहर में लगने वाला जाम और ग्रामीण मार्गों की मुख्य सड़कें हैं, जो कि खस्ताहाल हैं, जिसके कारण यहां के ग्रामीणों को खासा परेशानियों का सामना करना पड़ता है। हाल ही में शेरपुर गांव के ग्रामीणों ने ऐलान किया था कि वे किसी भी प्रत्याशी को गांव में घुसने नहीं देंगे। इसके अलावे यहां इस बार किसान आंदोलन का असर भी दिख सकता है।
जातीय समीकरण
मुजफ्फरनगर सीट पर सबसे ज्यादा मुस्लिम, वैश्य, दलित, ब्राह्मण और पाल वोटर्स हैं। यहां सवा लाख के करीब मुस्लिम मतदाता है। इनके अलावा अन्य जातियों के वोटर्स भी यहां अच्छी खासी संख्या में हैं।
मुजफ्फरनगर विधानसभा सीट का अंकगणित
इस सीट पर अगर 17वीं विधानसभा चुनाव-2017 के आंकड़ों की बात करें तो यहां कुल मतदाताओं की संख्या 3 लाख 43 हजार 332 है। इनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 1 लाख 81 हजार 616, महिला मतदाताओं की संख्या 1 लाख 52 हजार 691 और थर्ड जेंडर के 25 मतदाता हैं।
अब आपको पिछले कुछ चुनाव नतीजों के बारे में बता देतें हैं।
17वीं विधानसभा चुनाव-2017
17वीं विधानसभा चुनाव में इस सीट से भारतीय जनता पार्टी के उम्मीदवार कपिलदेव अग्रवाल ने जीत हासिल की। उन्होंने अपने प्रतिद्वंदी समाजवादी पार्टी के गौरव स्वरूप बंसल को 10 हजार 704 वोटों से हराया। कपिलदेव अग्रवाल को 97 हजार 838 वोट जबकि गौरव स्वरूप बंसल को 87 हजार 134 वोट मिले थे। वहीं बहुजन समाज पार्टी के राकेश कुमार शर्मा 21 हजार 38 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
16वीं विधानसभा चुनाव 2012 के नतीजे
16 वीं विधानसभा यानी साल 2012 के चुनावों में यहां समाजवादी पार्टी के चितरंजन स्वरूप ने बीजेपी के अशोक कांसल को पराजित किया था। चितरंजन स्वरूप को कुल 59 हजार 169 वोट मिले थे। बीजेपी के अशोक कांसल को 44 हजार 167 वोट मिले थे और दूसरे स्थान पर रहे है। वहीं बीएसपी के अरविंद राज शर्मा 31 हजार 529 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
15वीं विधानसभा चुनाव 2007 के नतीजे
15 वीं विधानसभा यानी साल 2007 के चुनावों में यहां भारतीय जनता पार्टी के अशोक कांसल ने सपा के चितरंजन स्वरूप को पराजित किया था। अशोक कांसल को कुल 49 हजार 817 वोट मिले थे। सपा के चितरंजन स्वरूप को 38 हजार 556 वोट मिले थे और दूसरे स्थान पर रहे थे। वहीं बीएसपी के बलेश कुमार 29 हजार 796 वोट लाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
14वीं विधानसभा चुनाव 2002 के नतीजे
14 वीं विधानसभा यानी साल 2002 के चुनावों में समाजवादी पार्टी के प्रत्याशी चितरंजन स्वरूप ने जीत दर्ज की थी। उन्होंने बीजेपी के कपिल यादव को पराजित किया था। चितरंजन स्वरूप को कुव 58 हजार 932 वोट मिले थे। बीजेपी के कपिल यादव को 49 हजार 809 वोट मिले थे। वहीं बीएसपी के मिथिलेश पाल 32 हजार 4 मतों के साथ तीसरे स्थान पर रहे थे।
इस बार के चुनाव में बीजेपी जहां एक बार फिर से सत्ता में वापस आने की कोशिश कर रही है तो वहीं विपक्षी पार्टियां सत्ता पाने के लिए जी तोड़ मेहनत कर रही है। ऐसे में देखना होगा कि बीजेपी इस सीट को बचा पाती है या नहीं।