‘दाढ़ी वाला’ नहीं ‘टोपी वाला’ कर रहा विकास: आजम

punjabkesari.in Tuesday, Sep 15, 2015 - 07:45 PM (IST)

वाराणसी(विपिन मिश्रा): प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी दौरे पर गए समाजवादी पार्टी के कैबिनेट मंत्री आजम खान ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी पर जोरदार हमला बोला। उन्होंने कहा कि  उत्तर प्रदेश में सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी ने जनता से किया अपना आखिरी वादा भी पूरा कर दिया लेकिन केन्द्र में नरेन्द्र मोदी की सरकार अपना पहला वादा भी पूरा नहीं कर सकी। वाराणसी मंडल में शुद्ध पेयजल उपलब्ध कराने की योजनाओं के लोकार्पण तथा शिलान्यास कार्यक्रम में यहां आये खान ने कहा कि सपा सरकार ने कन्या विद्याधन योजना, छात्रों को लैपटाप, महिला सुरक्षा के लिये हेल्पलाइन तथा विधानसभा चुनाव के दौरान किये सभी वायदे पूरे किये। 
 
अंतिम वायदा गरीब रिक्शा चालकों को ई रिक्शा बांटना था जिसे पूरा कर दिया गया लेकिन मोदी ने सत्ता में आने पर सौ दिन में चौबीस घंटे बिजली तथा देश के हर परिवार के बैंक खाते में 10 से15 लाख देने का वायदा अभी तक पूरा नहीं हो सका है। उन्होंनें कहा कि देश की जनता ने इस उम्मीद से मोदी को सत्ता सौंपी थी कि उनके दिन अच्छे हो जायेंगे लेकिन उन्हें पता नहीं था कि सब चुनावी जुमला है जिसका सच्चाई से वास्ता नहीं है। 
 
इस दौरान एक सभा को संबोधित करते हुए आजम खां ने इशारों-इशारों में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को निशाना बनाते हुए कहा कि वराणसी का विकास दाढ़ी वाला नहीं टोपी वाला कर रहा है। उन्‍होंने कहा कि, ''आप देख रहे हैं सारा विकास कौन करा रहा है। दाढ़ी वाला विकास के कुछ काम नहीं कर रहा है, सब टोपी वाला कर रहा है।''
 
इसके अलावा उन्‍होंने लखनऊ के एमबी क्लब में मुस्लिम धर्मगुरु कल्बे सादिक के साथ उनके पहनावे को लेकर हुई घटना के लिए भी पीएम मोदी को जिम्‍मेदार ठहराया। आजम ने कहा कि ''पूरी दुनिया मोदी मोदी कर रही है और बादशाह के ही देश में शेरवानी पहनने वालों का अपमान हो रहा है। प्रदेश में जो भी काम हो रहा है वो केंद्र सरकार नहीं बल्कि प्रदेश सरकार कर रही है।''
 
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी अभी स्मार्ट सिटी बनवाने की बात कर रहे हैं, जबकि देश में स्मार्ट गांव बनाए जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी का भी यही सपना था। प्रदेश में लोकायुक्त की नियुक्ति को लेकर सरकार व राज्यपाल के बीच चल रहे विवाद पर आजम खां ने कहा कि लोकतंत्र में किसी मुद्दे को प्रतिष्ठा का सवाल बनाना ठीक नहीं है। राज्यपाल ने इसको प्रतिष्ठा का विषय बना लिया है।