दलितों के स्वाभिमान को कुचलना चाहती है भाजपा: मायावती

punjabkesari.in Thursday, Oct 20, 2016 - 07:34 PM (IST)

लखनऊ: बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती ने आज कहा कि दलितों के स्वाभिमान के साथ जीने की ललक को गुजरात समेत अन्य राज्यों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) शासित सरकारें कुचलना चाहती है जिसकी कडी निन्दा की जानी चाहिये। मायावती ने कहा, ‘ऊना की बर्बर घटना के बाद गुजरात में दलितों के मन में आत्मसम्मान और स्वाभिमान के साथ जीवन व्यतीत करने के लिए संघर्ष की जो भावना पैदा हुई है, उसे गुजरात की भाजपा सरकार कई हथकण्डे अपनाकर कुचलना चाहती है। उनकी पार्टी इस कृत्य की कड़े शब्दों में निन्दा करती है।’ 

दलित दया और सहानुभूति के भूखे नहीं 
मायावती ने कहा कि दलित दया और सहानुभूति के भूखे नहीं हैं। वे अपने संवैधानिक व कानूनी हक को जमीनी सच्चाई में बदलता हुआ देखना चाहते हैं। उनकी पहली माँग सरकारी खाली पड़ी जमीन पर खेती करने का अधिकार देने की हैं। इसी मांग को लेकर गुजरात के जूनागढ में कलेक्ट्रेट के सामने धरना दे रहे दलित समाज के लोगों में से तीन ने अपनी माँग नहीं माने जाने के विरोध में कल जहर पीकर जान देने की कोशिश की जिसमें से एक प्रभात परमार की मृत्यु हो गयी।

बंजर जमीनों को दलित भूमिहीनों को बांटे गुजरात सरकार 
बसपा अध्यक्ष ने कहा कि सरकार की खाली पड़ी बंजर जमीनों आदि को भूमिहीनों खासकर दलित व आदिवासी समाज के लोगों में बांटना गुजरात सरकार की प्राथमिकताओं में होना चाहिए, क्योंकि भाजपा अध्यक्ष अमित शाह और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी, दोनों ही गुजरात के हैं और दलितों के प्रति प्रेम को उजागर करने का कोई मौका नहीं चूकना चाहते हैं। 

मोदी-शाह के दलित प्रेम को बताया दिखावटी
पूर्व मुख्यमंत्री ने कटाक्ष किया कि अमित शाह और मोदी को बनावटी दलित प्रेम त्यागकर खासकर भाजपा शासित राज्यों गुजरात, महाराष्ट्र, मध्य प्रदेश, झारखण्ड, हरियाणा और राजस्थान में अभियान चलाकर दलित समाज के लोगों में खाली व बंजर पड़ी सरकारी कामीनों को आवंटित करने का काम करना चाहिये। उन्होंने कहा कि सिद्धान्त की बात करना और उसपर चलना दोनों में काफी फर्क है। भाजपा सिद्धान्त की बात तो करती है लेकिन उसपर चलती नहीं है। 

 

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