जातीय जनगणना के सवाल पर भड़के बृजभूषण शरण सिंह, कहा- सवर्ण देश छोड़ देंगे या फिर...
punjabkesari.in Saturday, May 17, 2025 - 01:58 PM (IST)

गोंडा: भारतीय कुश्ती संघ के पूर्व अध्यक्ष और पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने जातीय जनगणना और देश में लागू कुछ कानूनों को लेकर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। बिहार के औरंगाबाद में एक कार्यक्रम के दौरान उन्होंने कहा कि जातीय जनगणना के बाद देश में बड़ा धमाका होगा और सवर्ण वर्ग को देश से बाहर जाना पड़ेगा। उन्होंने कहा कि यह मांग सबसे पहले बिहार और उत्तर प्रदेश से उठी थी, और अब पूरा देश इसे चाहता है। उन्होंने कटाक्ष करते हुए कहा, "जातीय जनगणना के बाद बम फूटेगा, सवर्ण आसमान में चले जाएंगे। हमारे लिए अलग देश बनेगा।"
"मैं सिर्फ राजपूतों का नेता नहीं"
बृजभूषण ने यह भी साफ किया कि वे खुद को केवल राजपूतों का नेता मानने से दुखी होते हैं। उन्होंने कहा कि वे पूरे समाज के नेता हैं और समाज के हर वर्ग की बात करते हैं। इस दौरान भाजपा नेता ने महिला उत्पीड़न, दहेज उत्पीड़न और दलित उत्पीड़न कानून पर सवाल उठाया है। उन्होंने कहा कि देश इन तीन कानून से बहुत परेशान है। उन्होंने कहा कि देश से तीन कानूनों को हटा देना चाहिए।
तीन कानूनों पर उठाए सवाल
भाजपा नेता ने महिला उत्पीड़न, दहेज कानून और एससी/एसटी एक्ट जैसे कानूनों पर भी नाराजगी जाहिर की। उन्होंने कहा कि ये कानून अब अत्यधिक दुरुपयोग की वजह से देश के लिए परेशानी बन गए हैं। उन्होंने सुझाव दिया कि या तो इन कानूनों को हटा देना चाहिए या इनका दुरुपयोग रोकने के लिए ठोस कदम उठाने चाहिए।
यौन शोषण के आरोपों को बताया बेबुनियाद
अपने ऊपर लगे यौन उत्पीड़न के आरोपों पर उन्होंने सफाई देते हुए कहा कि ये आरोप पूरी तरह से झूठे और राजनीतिक साजिश का हिस्सा हैं। मुझे बदनाम करने के लिए ये सब शाजिस की गई है।
ऑपरेशन सिंदूर पर विपक्ष को घेरा
बृजभूषण शरण सिंह ने "ऑपरेशन सिंदूर" की सफलता की तारीफ की और कहा कि यह देश के लिए गर्व की बात है। उन्होंने विपक्ष पर आरोप लगाया कि युद्ध विराम के बाद राजनीति की जा रही है, जबकि उस वक्त सबको एकजुट होना चाहिए था। उन्होंने यह भी पूछा कि 1971 में जब 62 हजार पाकिस्तानी सैनिक पकड़े गए थे, तब पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) को वापस लेने की शर्त क्यों नहीं रखी गई।