मुलायम से मिले अंसारी ब्रदर्स, सपा में कौएद के विलय की अटकलें तेज

punjabkesari.in Tuesday, Aug 30, 2016 - 02:57 PM (IST)

लखनऊ: बाहुबली विधायक मुख्तार अंसारी और उनके भाई सिगबतुल्ला अंसारी की सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह से मुलाकात के बाद एक बार फिर कौमी एकता दल (कौएद) के सपा में विलय की अटकलें तेज हो गई हैं। हालांकि सिगबतुल्ला ने इससे साफ इन्कार करते हुए कहा कि पार्टी पर कोई भी सियासी फैसला राष्ट्रीय अध्यक्ष अफजाल अंसारी ही करेंगे। 
 
बता दें कि सोमवार को विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्रियों के तैल चित्र गैलरी का अनावरण किया गया। चित्र गैलरी का अनावरण करने पहुंचे मुलायम सिंह की मुलाकात अंसारी बंधुओं से हुई। जिसके बाद कौएद-सपा के विलय की अटकलें लगाई जा रही हैं। चर्चा तो यह भी रही कि बाद में उन्होंने विक्रमादित्य मार्ग स्थित आवास पर जाकर मुलायम सिंह से मुलाकात की। इस दौरान कौमी एकता दल के सपा में विलय या गठबंधन को लेकर चर्चा हुई। 
 
आजम से भी हुई मुलाकात
इससे पहले मुख्तार व सिगबतुल्ला ने संसदीय कार्य व नगर विकास मंत्री आजम खां से उनके विधानभवन स्थित दफ्तर में मुलाकात की। उनके बीच बातचीत का ब्यौरा तो नहीं मिला है, लेकिन माना जा रहा है कि उनमें दोनों दलों के एका को लेकर जरूर चर्चा हुई है। 
 
अखिलेश की नाराजगी को लेकर पहले टाला जा चुका है विलय का फैसला 
बता दें कि कौमी एकता दल का दो माह पहले सपा में विलय हुआ था, लेकिन सीएम अखिलेश यादव के प्रबल विरोध के चलते इसे टालना पड़ा था। उस समय भी विलय का फैसला अफजाल अंसारी की मुलायम से मुलाकात के बाद ही लिया गया था।

सियासत पर नहीं हुई कोई चर्चा-सिगबतुल्ला 
सियासी विलय को लेकर जब विधायक सिगबतुल्ला अंसारी से बाच की गई तो उन्होंने बताया कि विधान भवन में मुलायम सिंह से उनकी बस दुआ-सलाम हुई, लेकिन सियासत पर कोई चर्चा नहीं हुई। अफजाल अंसारी पिछले 10 दिन से दिल्ली के एम्स में ईलाज करवा रहे हैं। उनके ठीक होने के बाद ही सियासी फैसले पर कोई निर्णय लिया जा सकेगा। 
 
मुलायम ने दी हरी झंडी
सूत्रों के मुताबिक कौएद के सपा में विलय की लग रही अटकलों पर मुलायम सिंह ने अपनी मुहर लगा दी है। आज तकरीबन आधे घंटे तक अंसारी बंधुओं से मुलाकात के बाद कौमी एकता दल के सपा में विलय पर सपा मुखिया ने मुहर लगा दी है। हालांकि इस बार इसका आधिकारिक ऐलान नहीं किया जाएगा। बता दें कि विवादों के चलते पिछली बार काफी आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था।