बड़ी-बड़ी पार्टियां भी कर रही हैं मार्केटिंग और ब्रांडिग: अखिलेश

punjabkesari.in Thursday, May 26, 2016 - 01:18 PM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने मार्केटिंग और ब्रांडिग को समय की जरूरत बताते हुए गुरुवार कहा कि अब तो बड़े-बड़े राजनीतिक दल भी अपनी ताकत बढ़ाने में इसकी मदद ले रहे हैं। खादी ग्रामोद्योग विभाग के एक कार्यक्रम में यादव ने मार्केटिंग को समय की जरुरत बताते हुए कहा कि इसके बगैर काम आगे बढऩे का सवाल ही नहीं उठता है।ब्रांडिग और मार्केटिंग का आलम यह है कि अब तो बड़ी-बड़ी पार्टियां भी इसी के भरोसे हैं। उन्होंने कहा कि समय के अनुसार खादी को भी अपने में बदलाव लाना होगा। ऐसी डिजाइन बनाने के परिधान बनाने होंगे जिसे पहनने वाला उम्र से कम दिखे। विभागीय अधिकारियों से खादी के मार्केटिंग और ब्रांडिग पर अपील करते हुए कहा कि समय के अनुसार बदलाव नहीं लाने पर खादी और पिछड़ जाएगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि सभी को सप्ताह में एक दिन रविवार को खादी पहननी चाहिए ताकि इसका प्रचार-प्रसार हो और लोगों को रोजगार मिले। उन्होंने कहा कि पहले एक धुलाई में खादी के कपड़े छोटे हो जाते थे लेकिन अब थोड़ा बदलाव आया है। खादी के कपड़े बनाने वालों को तकनीकी का सहारा लेते हुए इसमें और कुछ करना चाहिए। सूखे से बदहाल बुन्देलखंड के झांसी और बांदा में 75 चरखों को वितरित करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि स्वरोजगार के लिए वह और भी चरखे वितरित कर सकते हैं। 
 
यादव ने कहा कि मैं जब से राजनीति में आया खादी पहन रहा हूं मोटा खादी पहनता हूं। धुलाई में छोटा हो जाता है, ये फैब्रिक की समस्या है। ऐसे दूर करने की जरूरत है। आज चीजों को मार्केट के हिसाब से बदलने की जरूरत है। खादी ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारियों से उन्होंने कहा कि बुंदेलखण्ड और अन्य स्थानों को आप चरखा देना चाहते हैं तो जरूर दे। जब हम लैपटॉप दे सकते है तो आप चरखा क्यों नहीं। मुख्यमंत्री ने नक्सल प्रभावित क्षेत्रों और अनुसूचित जाति/ जनजाति बाहुल्य क्षेत्रों में खादी से सम्बंधित योजनाओं को चालू कर उनका प्रचार-प्रसार किया जाना चाहिए। इस अवसर पर खादी एवं ग्रामोद्योग मंत्री ब्रह्मा शंकर त्रिपाठी ने भरोसा दिलाया कि खादी अब परंपरागत लुक से हटकर आधुनिक बनेगी। नई पीढ़ी को लुभाने के लिए खादी की बेहतरीन साडिय़ां और टी-शर्ट बनाए जा रहे हैं। अब पूरे प्रदेश में खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के अधिकारी और कर्मचारी खादी के कपड़े पहनकर ड्यूटी करेंगे। त्रिपाठी ने बताया कि प्रदेश में बड़े पैमाने पर खादी का प्रचार-प्रसार किया जा रहा है। इसके लिए डाक्यूमेंट्री बनाई जा रही है। खादी एवं ग्रामोद्योग विभाग के प्रदेश भर के अधिकारियों और कर्मचारियों को खादी के कपड़े पहनकर ड्यूटी पर आने के लिए आदेश दे दिया गया है। इसी महीने इसका शासनादेश जारी कर दिया जाएगा। 
 
त्रिपाठी ने बताया कि बच्चे, युवा, बुजुर्ग हर आयु में खादी को लोकप्रिय ब्रांड बनाने के लिए नए फैशन डिजाइनर की सेवाएं ली जा रही हैं। ताकि खादी को आधुनिक बनाया जा सके। रायबरेली में निफ्ट में शोध किया जा रहा है। खादी के माध्यम से ग्रामीण बेरोजगार युवकों को स्वरोजगार देने की दिशा में भी काम किया जा रहा है। मुख्यमंत्री रोजगार सृजन योजना के तहत 4 फीसदी ब्याज पर 10 लाख रुपए दिया जा रहा है। उन्होंने कहा कि पिछली सरकार में 73 करोड़ रुपए खादी के विभिन्न संस्थाओं का बकाया था, मुख्यमंत्री अखिलेश यादव की सरकार में सभी बकाया चुका दिया गया है। उन्होंने कहा कि प्रदेश में 10 हजार से अधिक यूनिट में खादी के उत्पाद बनाए जा रहे हैं। लखनऊ में एक बड़ा सेंटर बनाया गया है। पश्चिम उत्तर प्रदेश में भी एक सेंटर बनाने की दिशा में विचार किया जा रहा है। त्रिपाठी ने बताया कि कुशीनगर में खादी को लेकर एक शोध केंद्र खोला जा रहा है। इससे आस- पास के क्षेत्रों में रोजगार के साधन बढ़ेंगे। मुख्यमंत्री के सरकारी आवास पर आयोजित इस कार्यक्रम में राजनीतिक पेंशन मंत्री राजेन्द्र चौधरी,कृषि मंत्री विनोद कुमार उर्फ पंडित सिंह समेत कई अधिकारी मौजूद थे।