‘मायावती अवसाद में हैं क्योंकि BSP नेता BJP में शामिल हो रहें’
punjabkesari.in Monday, Aug 29, 2016 - 05:04 PM (IST)
नई दिल्ली: भाजपा ने पलटवार करते हुए कहा कि अपनी पार्टी के सक्षम और ईमानदार नेताओं के छोड़ कर जाने और भगवा पार्टी में शामिल होने के बाद बसपा प्रमुख मायावती अवसाद में हैं, जिसके चलते उन्होंने खिझाने वाली टिप्पणी की है।
दरअसल, मायावती ने आजमगढ़ में दावा किया कि मोदी सरकार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान के साथ जंग शुरू कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा उनकी पार्टी द्वारा खारिज कर दिए गए नेताओं को स्वीकार कर रही है। इसके बाद भाजपा ने पलटवार किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा की तिकड़ी भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से थर्रा गई है। बसपा प्रमुख मायावती ने इस अवसाद के चलते कुछ खिझाने वाली टिप्पणियां की है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने एक बयान में कहा कि एक के बाद एक और ईमानदार बसपा नेता भाजपा में शामिल होने के लिए उनके डूबते जहाज को छोड़ रहे हैं। यही कारण है कि वह उनके खिलाफ अशिष्ट टिप्पणी कर रही हैं।
उन्होंने मायावती के करीबी सहयोगी नसीमुद्दीन सिद्दिकी के विवादास्पद टिप्पणी का भी जिक्र किया जो भाजपा से निकाले गए नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी और बेटी को लक्षित थे। शर्मा ने दावा किया कि मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उत्तर प्रदेश में बहुत कम विकास हुआ। जबकि मोदी सरकार ने काफी कुछ किया है।
राज्य के गरीबों को एलपीजी कनेक्शन देने के अलावा उर्वरक फैक्टरी और एम्स भी खोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती के शासनकाल में 1,074 दलित मारे गए और दलितों के खिलाफ अत्याचार के 30,000 मामले दर्ज किए गए।
दरअसल, मायावती ने आजमगढ़ में दावा किया कि मोदी सरकार उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव से पहले अपनी नाकामियों से ध्यान भटकाने के लिए पाकिस्तान के साथ जंग शुरू कर सकती है। उन्होंने यह भी कहा कि भाजपा उनकी पार्टी द्वारा खारिज कर दिए गए नेताओं को स्वीकार कर रही है। इसके बाद भाजपा ने पलटवार किया है।
उन्होंने कहा कि कांग्रेस, सपा और बसपा की तिकड़ी भाजपा की बढ़ती लोकप्रियता से थर्रा गई है। बसपा प्रमुख मायावती ने इस अवसाद के चलते कुछ खिझाने वाली टिप्पणियां की है। भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने एक बयान में कहा कि एक के बाद एक और ईमानदार बसपा नेता भाजपा में शामिल होने के लिए उनके डूबते जहाज को छोड़ रहे हैं। यही कारण है कि वह उनके खिलाफ अशिष्ट टिप्पणी कर रही हैं।
उन्होंने मायावती के करीबी सहयोगी नसीमुद्दीन सिद्दिकी के विवादास्पद टिप्पणी का भी जिक्र किया जो भाजपा से निकाले गए नेता दयाशंकर सिंह की पत्नी और बेटी को लक्षित थे। शर्मा ने दावा किया कि मायावती के मुख्यमंत्री रहने के दौरान उत्तर प्रदेश में बहुत कम विकास हुआ। जबकि मोदी सरकार ने काफी कुछ किया है।
राज्य के गरीबों को एलपीजी कनेक्शन देने के अलावा उर्वरक फैक्टरी और एम्स भी खोला है। उन्होंने आरोप लगाया कि मायावती के शासनकाल में 1,074 दलित मारे गए और दलितों के खिलाफ अत्याचार के 30,000 मामले दर्ज किए गए।