दयाशंकर का माया पर निशाना, कहा- जो लाज बचाने वालों की नहीं हुई वह जनता की क्या होगी

punjabkesari.in Tuesday, Sep 27, 2016 - 11:44 AM (IST)

फर्रुखाबाद(दिलीप कठियार): फर्रुखाबाद पहुंचे बीजेपी से निष्कासित नेता दयाशंकर सिंह ने बसपा सुप्रीमो मायावती पर एक बार फिर से निशाना साधा है। उन्होंने कहा कि उन्हें मायावती की बात पर कोई भरोसा नहीं है। जिन्होंने मायावती की लाज बचाई थी मायावती ने उन्हीं के हत्यारों को अपनी पार्टी में शामिल कर लिया। मायावती ने ब्रह्मदत्त द्विवेदी के बेटे मेजर सुनील दत्त को अपनी पार्टी में शामिल किया और चुनाव लड़ाकर अंटू मिश्रा को पार्टी से बाहर कर दिया।

जानकारी के अनुसार शहर के एक गेस्ट हाऊस में बातचीत के दौरान दयाशंकर सिंह ने कहा कि न मैंने पार्टी छोड़ी है और न ही भाजपा ने मुझे छोड़ा है। उन्होंने कहा कि कुछ परिस्थितियां ऐसी होती हैं जिसमें पार्टी को निर्णय लेना पड़ता है। मैं पार्टी का पुराना कार्यकर्त्ता था,हूं और रहूंगा। दयाशंकर सिंह ने कहा कि मैं जनता का सेवक हूं।

सिंह ने कहा कि मैंने अपनी गलती की माफी भी मांगी और भरे संसद में बीजेपी के वरिष्ठ नेताओं ने भी माफी मांगी थी। इतना करने पर भी बसपा सुप्रीमो मायावती का दिल नहीं भरा तो उन्होंने मुझे पार्टी से निष्कासित करा दिया। इसके बाद मैं जेल भी गया। उसके बाद जब उन्होंने अपने नेताओं के सामने मेरी 80 वर्ष की मां,पत्नी व 12 वर्ष से कम उम्र की बेटी को मंच से बुलाने को कहा। इस बात से परेशान मेरी पत्नी स्वाति ने मायावती के ऊपर मुकदमा दर्ज कराया। जिसमें उनके ऊपर पास्को एक्ट भी लगा है।

दयाशंकर सिंह ने कहा कि इस बात हुए 2 माह गुजर चुके हैं लेकिन पुलिस उन्हें अभी  तक नोटिस भी तामील नही करा पाई है। इसके विपरीत उनका नेता खुलेआम लखनऊ में जनसभा करा रहा है। उन्होंने कहा कि जब मेरी गिरफ्तारी हुई थी तब सीएम अखिलेश यादव ने कहा था कि मेरी गिरफ्तारी बुआजी के कहने पर हुई है। दयाशंकर सिंह ने कहा कि अखिलेश आरोपियों की गिरफ्तारी इसलिए नहीं करा रहे क्योंकि उन्हें डर है कि कहीं उनका वोट बैंक कम न हो जाए। उन्होंने कहा कि अभी भी मेरे व मेरे परिवार पर टिप्पणी करने वाले खुलेआम घूम रहे हैं।