आजम द्वारा मोदी पर ‘आपत्तिजनक बयान’ को लेकर सदन में हंगामा, कार्यवाई स्थगित

punjabkesari.in Tuesday, Aug 30, 2016 - 06:34 PM (IST)

लखनऊ(अनिल सैनी): प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के बारे में संसदीय कार्य मंत्री आजम खां के ‘आपत्तिजनक बयान’ को विधानसभा की कार्यवाही से बाहर करने की मांग को लेकर भाजपा सदस्यों के हंगामे की वजह से आज निचले सदन की कार्यवाही कुछ देर के लिये स्थगित कर दी गयी। प्रश्नकाल में सदन में प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर चर्चा के दौरान खां ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए उनकी आलोचना में कुछ टिप्पणी की जिसपर भाजपा के सदस्यों ने कड़ी आपत्ति जाहिर की और सदन के बीचोबीच आकर खां के ‘अपमानजनक शब्दों’ को सदन की कार्यवाही से हटाने की मांग की। 
 
नवाज शरीफ के सामने मोदी ने टेके घुटने 
आजम खां ने जवाब देते हुए कहा कि देश यह जानना चाहता है कि जब हमारे बादशाह (पाकिस्तानी प्रधानमंत्री नवाज शरीफ को) जन्मदिन की मुबारकबाद दे रहे थे, उस वक्त उनके साथ कमरे में और कौन मौजूद था। आजम ने आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान जाकर नवाज शरीफ के सामने घुटने टेक दिए हैं। वह पत्नी और मां दोनों का सम्मान नहीं करते हैं। उनकी पत्नी दर-दर भटक रही है और वह बेटियों की रक्षा का ढोंग करते हैं।
 
बीजेपी ने किया पलटवार 
भाजपा नेता सुरेश खन्ना ने पलटवार करते हुए कहा कि आजम खां सरकार के सबसे विवादित मंत्री हैं और उनकी वजह से ही उत्तर प्रदेश की कानून व्यवस्था बद से बदतर हुई है। उन्होंने कहा कि सरकार ने इस मामले में ऐसी कोई भी कार्रवाई नहीं कि जिससे अपराधियों के हौंसले पस्त हों। उसी का नतीजा है कि आज पुलिसवालों को अपराधी दौड़ा-दौड़ाकर पीट रहे हैं। महिलाओं पर भी अपराध के मामले बढ़े हैं। हर प्रकार से उत्तर प्रदेश कानून व्यवस्था की ²ष्टि से एक भ्रष्ट प्रदेश बन चुका है। सुरेश खन्ना ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट ने आजम के खिलाफ जिस तरह से टिप्पणी की है उन्हें पद छोड़कर घर चले जाना चाहिए। वहीं बुलंदशहर गैंगरेप पर आजम द्वारा दिए गए बयान पर बीजेपी ने इस्तीफा की मांग की है। साथ ही उन्होंने कहा कि आजम को नगर विकास मंत्री के बदले भड़काऊ मंत्री होना चाहिए।
 
कार्यवाही स्थगित 
विधानसभा अध्यक्ष माता प्रसाद पाण्डेय ने भाजपा सदस्यों को आश्वासन दिया कि वह इस मामले पर गौर करेंगे, मगर इसके बावजूद वे अपने-अपने स्थान पर नहीं गये। इस पर उन्होंने सदन की कार्यवाही 20 मिनट के लिये 12 बजकर 20 मिनट तक स्थगित कर दी। 
 
बसपा ने किया वॉकआउट
डेंगू से हो रही मौतों पर भी जमकर हंगामा हुआ। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही बहुजन समाज पार्टी (बसपा) और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने इस मसले को उठाया। बसपा ने सरकार पर उदासीनता का आरोप लगाया। भाजपा का कहना था कि डेंगू की रोकथाम के लिए ठोस उपाय नहीं किये जा रहे हैं। सरकार ने विपक्ष के आरोपों को सिरे से खारिज किया और कहा कि सरकार ने इससे बचाव के पुख्ता इंतजाम किए हैं। अस्पताल में बेड़ बढ़ाए गए हैं। दवाइयों की कोई कमी नहीं है। संसदीय कार्यमंत्री मोहममद आजम खां ने कहा कि सरकार डेंगू के मरीजों को लेकर गंभीर है। अस्पतालों को त्वरित इलाज के निर्देश दिए गये हैं। सरकार के जवाब से असंतुष्ट बसपा सदस्यों ने सदन का बर्हिगमन किया।