किसानों के कर्ज माफ करे मोदी सरकार: राहुल

punjabkesari.in Thursday, Sep 29, 2016 - 12:47 PM (IST)

बरेली: उत्तर प्रदेश के किसानों का दुख दर्द साझा करने और उनकी समस्याओं को उजागर करने के अभियान पर निकले कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने केन्द्र की नरेन्द्र मोदी सरकार पर किसानों और गरीबों के प्रति उपेक्षापूर्ण रवैय्ये का आरोप लगाया और मांग की कि किसानों को कर्जमाफी के अलावा अन्य जरूरी सहूलियतें दी जाएं।

देवरिया से दिल्ली तक करीब 2500 किमी की किसान यात्रा पर निकले गांधी ने यहां कहा कि मोदी सरकार ने उद्योगपतियों के एक लाख दस हजार रूपए के कर्जे माफ करने में तनिक भी देरी नही की वहीं सूखे और ओलावृष्टि के शिकार देश के अन्नदाताओं की कर्जमाफी की उसे कोई चिंता नहीं है। फसल बर्बादी और बिचौलियों के जुल्म सितम से तंग किसान आत्महत्या करने को मजबूर हैं।

उन्होंने कहा कि शराब कारोबारी विजय माल्या जनता की खून पसीने के दस हजार करोड रूपए लेकर चला गया और सरकार उस रकम की एक पाई भी अब तक वसूल नहीं सकी जबकि उनकी खाट सभा में कुछ जरूरतमंद किसानों ने चारपाई क्या उठा ली। भाजपा ने उन्हे चोर तक कह डाला जो निहायत शर्मनाक है। उन्होने मांग की कि किसानों के कर्ज माफ करने में सरकार बिना किसी देरी के कदम उठाए। धान एवं गन्ना किसानों को उनकी फसल का वाजिब मूल्य दिलाया जाए और किसानों के बिजली के बिल माफ किए जाएं।

सपा सरकार पर साधा निशाना
उत्तर प्रदेश की अखिलेश यादव सरकार को कानून व्यवस्था के मामले में आड़े हाथों लेते हुए गांधी ने कहा कि सरकार के मंत्री अपराधियों और माफियाओं को शरण देने में लगे हुए हैं। सूबे में कानून व्यवस्था बदहाल है। इसे जंगलराज नहीं तो और क्या कहेंगे। उन्होने कहा कि उत्तर प्रदेश में नौकरियों की बरसात और प्रदेश के विकास के बारे में राज्य सरकार ने खूब शेखी बघारी। नौकरियों की बरसात तो अभी तक नहीं दिखी और विकास भी ठप है। पिछले साढे चार सालों में सपा सरकार की साइकिल का पिछला पहिया अब तक जाम पडा है। जनता को अब इस सरकार से कोई उम्मीद नहीं है।  

कांग्रेस उपाध्यक्ष ने रोड शो करने से पहले कैंट स्थित धोपेश्वर मंदिर में दर्शन किए और बाद में गुरूद्वारे में मत्था टेका। इसके बाद उन्होने आला हजरत दरगाह पर हाजिरी लगाई। सैकडों वाहनों से लबरेज रोड शो में राहुल का काफिला श्यामगंज,बडा बाजार, सर्राफा, साहूकारा बाजार में घूमा। बाद में उन्होंने दिल्ली नेशनल हाइवे पर सभा को संबोधित किया। रोड शो के दौरान कुछ कथित कांग्रेसी कार्यकर्त्ताओं ने गांधी को ज्ञापन सौंपने की कोशिश की। सुरक्षाकर्मियों द्वारा रोके जाने पर कांग्रेसी आपस में भिड़ गए और उनके बीच मारपीट से माहौल कुछ देर के लिए तनावपूर्ण हो गया।