सपा में फिर कलह: शिवपाल को अखिलेश की दो टूक-मुख्तार कभी नहीं होंगे सपा का हिस्सा

punjabkesari.in Monday, Sep 05, 2016 - 07:39 PM (IST)

कानपुर: बाहूबली मुख्तार अंसारी और उनकी पार्टी कौमी एकता दल(कौएद) को लेकर एक बार फिर सत्तारूढ़ समाजवादी पार्टी में कलह सामने आई है। जहां कैबिनेट मंत्री शिवपाल यादव कौएद-सपा विलय के पक्ष में हैं तो वहीं मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने कहा है कि मुख्तार अंसारी किसी भी सूरत में सपा का हिस्सा नहीं होंगे। 

 
सोमवार को एक न्यूच चैनल के कार्यक्रम में हिस्सा लेने पहुंचे शिवपाल शि‍वपाल ने कहा कि कौमी एकता दल का जल्द ही समाजवादी पार्टी में विलय होगा। इस ओर आखि‍री फैसला नेताजी ही लेंगे। शि‍वपाल ने कहा, ''मुझे लगता है कि कौमी एकता दल का विलय जल्द ही होगा। नेताजी भी इसके लिए तैयार हो गए हैं। जल्द ही वह इस ओर आखि‍री फैसला लेंगे।'' दिलचस्प बात यह है कि इसी मंच पर चचा शिवपाल यादव के बाद पहुंचे अखिलेश यादव ने दो टूक शब्दों में कहा कि मुख्तार अंसारी किसी भी सूरत में सपा का हिस्सा नहीं होंगे। 
 
दिलचस्प बात ये रही कि चचा शिवपाल के थोड़ी देर बाद इसी मंच से मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने दो टूक शब्दों में कहा कि मुख्तार अंसारी किसी भी प्रकार से सपा का हिस्सा नहीं होंगे। चचा-भतीजे के अलग-अलग मत से एक बार फिर समाजवादी पार्टी में कलह सामने आ रही है। अब देखना ये दिलचस्प होगा कि सपा सुप्रीमो मुलायम सिंह का निर्णय क्या होता है। बेटे अखिलेश के निर्णय का समर्थन करते हैं या फिर भाई शिवपाल यादव का। 
 
गौरतलब है कि उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव मुख्तार अंसारी की वजह से कौमी एकता दल से हाथ मिलाने के सख्त खिलाफ हैं. कौमी एकता दल को लेकर उनका विरोध किसी से छिपा नहीं है और वह सार्वजनिक मंच से भी कर चुके हैं, क्योंकि पार्टी अपने काम के दम पर चुनाव जीत सकती है और उन्हें ऐसे किसी भी दल की जरूरत नहीं है। अखिलेश के कड़े विरोध और उनके तेवर को देखते हुए एक बार कौमी एकता दल से हाथ मिलाने के बाद समाजवादी पार्टी ने फैसला पलट लिया था और ऐलान किया था कि अब मुख्तार अंसारी की पार्टी से उनका कोई लेना देना नहीं होगा।