राज्यसभा चुनाव की 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार, 23 मार्च को होगा मतदान

punjabkesari.in Friday, Mar 16, 2018 - 10:33 AM (IST)

लखनऊ: यूपी से राज्यसभा की 10 सीटों लिए हो रहे चुनाव में भाजपा के 2 उम्मीदवारों विद्यासागर सोनकर और सलिल विश्नोई की नाम वापस ले लिए हैं। बावजूद इसके अब 11 प्रत्याशी मैदान में रह जाने के कारण अब 23 मार्च को मतदान होगा।

विधानसभा के प्रमुख सचिव और चुनाव अधिकारी प्रदीप दुबे ने बताया कि नामांकन वापसी के अन्तिम दिन सलिल विश्नोई और विद्यासागर सोनकर ने अपना नाम वापस ले लिया। इनकी नाम वापसी के बाद अब 10 सीटों के लिए 11 उम्मीदवार हैं इसलिए 23 मार्च को मतदान कराना ही पड़ेगा। इससे पहले एक निर्दलीय प्रत्याशी महेश चन्द्र शर्मा का नामांकन खारिज कर दिया गया था। केन्द्रीय वित्त मंत्री अरूण जेटली, अशोक वाजपेयी, सकलदीप राजभर, कांता कर्दम, विजयपाल सिंह तोमर, डा़ अनिल जैन, जी वी एल नरसिम्हा राव, हरनाथ सिंह यादव और अनिल अग्रवाल भाजपा उम्मीदवार चुनाव मैदान में हैं। इनके अलावा सपा से जया बच्चन और बसपा से भीमराम अम्बेडकर चुनाव मैदान में हैं।

विधायकों की संख्या के मुताबिक भाजपा के 8 और सपा का 1 उम्मीदवार का जीतना तय है। सपा के शेष 10 विधायकों, कांग्रेस के सातों और राष्ट्रीय लोकदल(रालोद) के एक मात्र विधायक का समर्थन मिलता है तो बसपा उम्मीदवार भी जीत सकता है, हालांकि नरेश अग्रवाल के पुत्र नितिन अग्रवाल सपा में हैं लेकिन उनका वोट बसपा को मिलना मुश्किल है। इसकी भरपाई के लिए बसपा ने निर्दलियों से सम्पर्क साधा है।

विधानसभा में संख्या बल के हिसाब से भाजपा 8 सीटों पर आसानी से जीत दर्ज कर सकती है और उसके पास 28 मत शेष रहेंगे, क्योंकि एनडीए गठबंधन के पास 324 मतदाता हैं। इसी प्रकार सपा के पास एक सीट जीतने के लिए बहुमत है। उसके पास 47 विधायक हैं और एक सीट जीतने के बाद 10 मत शेष रहेंगे। 10वीं सीट के लिए लड़ाई बसपा उम्मीदवार एवं अनिल अग्रवाल के बीच होगी।

बसपा ने अपने 19 एवं सपा के 10 ,कांग्रेस के 7 एवं आरएलडी का 1 विधायक के समर्थन के बलबूते अपना प्रत्याशी चुनाव मैदान में उतारा है। 10वीं सीट जीतने के लिए दूसरी वरीयता के मत मुख्य भूमिका निभाएंगे। राज्यसभा की एक सीट जीतने के लिए 37 मतों की आवश्यकता है।