जमात पर शिकंजा: शामली में 12 बांग्लादेशी समेत 15 जमातियों की गुनहगार टोली गिरफ्तार

punjabkesari.in Monday, May 04, 2020 - 11:31 AM (IST)

शामली: पुलिस ने 15 जमातियों की गुनहगार टोली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है। इस टोली में 12 बांग्लादेशी नागरिक भी शामिल है, जो टूरिस्ट वीजा पर भारत आए थे, लेकिन वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए जमात में शामिल हो गए थे। इतना ही नही मस्जिद में रुकी जमातियों की इस टोली ने लॉकडाउन लागू होने के बाद अपनी जानकारी भी छिपाए रखी थी। पुलिस को जब इसकी भनक लगी, तो सभी के खिलाफ मुकदमा दर्ज करते कोराना टेस्ट कराया गया, जिसमें दो बांग्लादेशी समेत तीन जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। फिलहाल सभी का समुचित उपचार होने के बाद पुलिस ने जमातियों की इस टोली को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है।

क्या है पूरा मामला?
देश में लॉकडाउन होने के बाद एक अप्रैल को शामली जिले के थानाभवन क्षेत्र के गांव भैसानी इस्लामपुर की मक्का मस्जिद में 15 जमाती ठहरे हुए मिले थे। 19 मार्च से मस्जिद में ठहरी जमातियों की इस टोली में 12 बांग्लादेशी, 02 आसाम और 01 मुरादाबाद का रहने वाला था, जिन्होंने लॉकडाउन के बावजूद स्थानीय पुलिस—प्रशासन को अपनी सूचना नही दी थी। पुलिस ने सभी 15 जमातियों को क्वारंटाइन करते हुए उनके कोरोना टेस्ट कराए थे, जिसमें दो बांग्लादेशी और एक आसाम का जमाती कोरोना पॉजिटिव पाए गए थे। पॉजिटिव जमातियों को कोविड अस्पताल में उपचार के लिए भर्ती कराते हुए अन्य सभी को क्वारंटाइन पीरियड में रखा गया था। पुलिस ने विदेशी नागरिकों समेत सभी 15 जमातियों के खिलाफ थानाभवन थाने पर मुकदमा दर्ज कर लिया था। फिलहाल ईलाज के बाद तीनों पॉजीटिव जमातियों समेत सभी के स्वस्थ होने की पुष्टि होने पर पुलिस ने इन्हें गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया। माननीय न्यायालय ने 12 विदेशी नागरिकों समेत इन सभी 15 जमातियों को अस्थाई जेल में भेज दिया है।  

पहले किया ईलाज, फिर दी गई गुनाह की सजा
पुलिस के अनुसार जमातियों की इस टोली में शामिल सभी 12 विदेशी नागरिक टूरिस्ट वीजा पर भारत में आए थे, लेकिन वें वीजा नियमों का उल्लंघन करते हुए धर्म के प्रचार—प्रसार में जुट गए थे। यें विदेशी नागरिक, आसाम और मुरादाबाद के तीन अन्य लोगों के साथ जमात में शामिल होकर 19 मार्च को थानाभवन क्षेत्र के गांव भैंसानी इस्लामपुर गांव की मक्का मस्जिद में पहुंचे थे, जिन्होंने कोराना महामारी के चलते लागू किए गए लॉकडाउन में भी अपनी जानकारी स्थानीय प्रशासन को नही दी थी। इन लोगों को इजहार और हाफिज राशिद नाम के दो स्थानीय लोगों ने यहां ठहराया था। पता चलने पर पुलिस ने इन जमातियों के खिलाफ विदेशी अधिनियम, महामारी अधिनियम और आईपीसी की सुसंगत धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया था।

इन जमातियों को भेजा गया जेल
पुलिस के अनुसार गिरफ्तार की गई जमातियों की टोली में बांग्लादेश का रहने वाला मीर मोहम्मद अली, आबू उमामा, जहीर आलम, शईदुल इस्लाम शईद, मोहम्मद खोकोन, सफीकुल इस्लाम, एनामुल हक, उज्जल हुसैन, अतीकुर्ररहमान, महीयुद्दीन समशुल हक, मोमीनुल इस्लाम मेराज व जुबेर इस्लाम शांतो समेत आसाम निवासी सफीक उल हक, अली हुसैन और मुरादाबाद निवासी सलीमुद्दीन शामिल हैं।

कोर्ट के आदेशानुसार इन सभी को जेल भेजा जा रहा: डीएम  
शामली एसपी विनीत जायसवाल ने बताया कि जिले के थाना थानाभवन में 01 अप्रैल 2020 को एक मुकदमा पंजीकृत हुआ था। मुकदमें के अनुसार थानाभवन क्षेत्र के गांव भैंसानी की मक्का मस्जिद में लॉकडाउन के दौरान 15 व्यक्तियों की जमात मिली थी। इस जमात में 12 बांग्लादेशी, 01 मुरादाबाद तथा 02 आसाम के व्यक्ति थे। इन लोगों के द्वारा स्थानीय पुलिस और एलआईयू को अपने आगमन के संबंध में कोई सूचना नही दी गई थी। सभी बांग्लादेशी टूरिस्ट वीजा पर आए हुए थे, लेकिन वें टूरिस्ट वीजा का उल्लंघन करते हुए धर्म का प्रचार-प्रसार कर रहे थे। इस संबंध में थानाभवन में विदेशी अधिनियम, महामारी अधिनियम और आईपीसी की सुसंगत धाराओं में सभी 15 जमातियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया था। इनकी क्वारंटाइन अवधि समाप्त होने के बाद विवेचना के क्रम में सभी को गिरफ्तारी कर माननीय न्यायालय के समक्ष पेश किया गया, जहां से माननीय न्यायालय के आदेशानुसार इन सभी को जेल भेजा जा रहा है।
                   


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Ajay kumar

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