इलाहाबाद और वाराणसी के बाद अब गाजियाबाद में 15 बूचड़खाने बंद

punjabkesari.in Wednesday, Mar 22, 2017 - 10:12 AM (IST)

वाराणसी\गाजियाबाद:उत्तर प्रदेश में योगी राज शुरू हो चुका है। योगी सरकार का आज तीसरा दिन है, ऐसे में भाजपा के संकल्प पत्र में बूचड़खाने बंद कराने को लेकर प्रशासन सख्त है। मंगलवार को गाजियाबाद में 15 बूचड़खानों को बंद करा दिया गया है। ये बूचड़खाने गाजियाबाद के केला भट्ठा इलाके में बिना लाइसैंस के चलाए जा रहे थे। इससे पहले लखीमपुर खीरी में एक बूचड़खाने को सील कर दिया गया है।

गौरतलब है कि शहर के जैतपुरा पुलिस थाना क्षेत्र के कमलगदाहा इलाके में जिला प्रशासन ने कथित रूप से गैरकानूनी तरीके से चलाया जा रहा एक बूचड़खाना सील कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने कहा कि योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में भाजपा सरकार के गठन के 2 दिन बाद ही यह घटनाक्रम सामने आया। अधिकारियों ने दावा किया कि 2012 में बूचड़खाना बंद कर दिया गया था लेकिन वहां गुप्त तरीके से काम चलता रहा।  प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड, नगर निगम अधिकारियों की एक संयुक्त टीम ने प्रशासनिक एवं पुलिस अधिकारियों के साथ कार्रवाई करते हुए बूचड़खाना सील कर दिया और साथ ही 5 दर्जन से अधिक मवेशी बरामद किए।

अधिकारियों ने कहा कि बूचड़खाने के प्रबंधक मवेशियों से जुड़ा वैध दस्तावेज दिखाने में नाकाम रहे जिसके बाद बूचड़खानों सील कर दिया गया। एेसा पता चला है कि प्रबंधकों ने अधिकारियों से कहा कि मवेशियों को अस्थायी तौर पर लाया गया था और दूसरी जगहों पर भेजा जाना था। उन्होंने साथ ही इस बात से इनकार किया कि वहां मवेशियों को काटा जाता था। इससे पहले आदित्यनाथ के उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री पद की शपथ लेने के थोड़े ही समय बाद इलाहाबाद में दो बूचड़खानों को सील कर दिया गया था। भाजपा ने अपने चुनाव घोषणापत्र में कहा था कि वह सत्ता में आने पर सभी गैरकानूनी बूचड़खाने बंद करने के लिए कडे कदम उठाएगी और यांत्रिक बूचड़खानों पर प्रतिबंध लगा देगी।