सहारनपुर में 180 दलित परिवारों ने अपनाया बौद्ध धर्म, पढ़िए पूरा मामला

punjabkesari.in Friday, May 19, 2017 - 08:44 AM (IST)

सहारनपुर(राम कुमार): दलित समाज सहित अन्य पिछड़े समाज पर हो रहे शोषण के खिलाफ आवाज उठाने वाली भीम सेना के कार्यकर्त्ताओं को शासन द्वारा जेल भेजने को लेकर दलित समाज में रोष बना हुआ है, जिसको लेकर दलित समाज के लगभग 180 लोगों ने धर्म परिवर्तन का संकल्प लिया और देवी-देवताओं की मूर्तियों को नहर में विसर्जित किया।

आपको बता दें कि सहारनपुर में 20 अप्रैल को सड़क दूधली में अम्बेडकर यात्रा निकलने को लेकर मुस्लिमों और दलितों में पथराव हो गया था। जिसमें कई लोग घायल हो गए थे और उपद्रवियों ने कई वाहनों को आग के हवाले किया था। इसके बाद 5 मई को बड़गांव थाना क्षेत्र के शाबिरपुर गांव में महाराणा प्रताप की यात्रा निकालने को लेकर राजपूतों और दलितों में जमकर बवाल हुआ था, जिसमें दलितों के करीब तीन दर्जन घरों में आग लगा दी गई थी और कई वाहनों को आग के हवाले कर दिया गया था।

उक्त दोनों घटनाओं को लेकर जब दलितों के समर्थन भीम आर्मी के कार्यकर्त्ता गांधी पार्क में धरना दे रहे थे तो पुलिस प्रशासन ने इन लोगों को वहां से खदेड़ दिया था। इसके बाद भीम आर्मी के कार्यकर्त्तोओं ने सहारनपुर में कई जगह जाम लगाते हुए प्रदर्शन किया और उपद्रवियों ने पुलिस पर जमकर पथराव किया जिसमें रामनगर सहित कई जगह पर बस व मीडिया के भी दर्जनों वाहनों को फूंक दिया गया था।

घटना का संज्ञान लेते हुए पुलिस प्रशासन ने वीडियो फुटेज व सोशल मीडिया के आधार पर भीम आर्मी के कार्यकर्त्तोओं सहित दोनों पक्षों के लोगो को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया है तो वही भीम आर्मी के संस्थापक चंद्रशेखर पर भी थाना सदर बाजार सहित कई थानों में मुकदमे दर्ज किए गए है। हालांकि चंद्रशेखर की अबतक गिरफ्तारी नही हो सकी है।