खूब लड़ी मर्दानी वो तो थी झांसी वाली रानी: रानी लक्ष्मीबाई की मनाई गई 187वीं जयंती

punjabkesari.in Saturday, Nov 19, 2022 - 05:24 PM (IST)

Jaunpur: उत्तर प्रदेश के जौनपुर जिले के सरांवा गांव में शहीद लाल बहादुर गुप्त स्मारक पर आज हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी एवं लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने देश के प्रथम स्वतंत्रता आंदोलन की महानायिका वीरांगना झांसी की रानी लक्ष्मीबाई की 187 वीं जयंती मनाई गई।

इस अवसर पर कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर मोमबत्ती एवं अगरबत्ती जलाई और वीरांगना लक्ष्मीबाई के चित्र पर माल्यार्पण कर उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व को याद किया। शहीद स्मारक पर मौजूद लोगों को संबोधित करते हुए लक्ष्मी बाई ब्रिगेड की अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि देश की प्रथम आज़ादी की लड़ाई की महानायिका रानी लक्ष्मीबाई का जन्म 19 नवम्बर 1835 को उत्तर प्रदेश के वाराणसी शहर के भदैनी मुहल्ले में हुआ था। उनकी शादी झांसी के राजा गंगाधर राव हुई थी।

वहीं, उस समय अंग्रेजों का शासन था, रानी लक्ष्मीबाई ने देश को आज़ाद करने के अंग्रेजों से लड़ाई लड़ी और लड़ते-लड़ते 17 जून 1857 को मात्र 22 साल की उम्र में वे शहीद हो गई। उन्होंने कहा कि वीरांगना लक्ष्मीबाई ने देश की आज़ादी की शुरुआत की थी और 90 साल बाद यानी 1947 में देश आज़ाद हुआ था। आज भी लोग रानी लक्ष्मीबाई की गाथा गाते है कि ‘बुंदेले हर बोले कि मुख हमने सुनी कहानी थी, खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी।' इस अवसर पर डॉ. धर्म सिंह, मैनेजर पांडेय, अनिरुद्ध सिंह, मंजीत कौर सहित अनेक लोग मौजूद रहे । 

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Harman Kaur