2 मिनट के मौन के बाद बार बालाओं के स्टेजतोड़ू डांस से सजा किसानों का धरना प्रदर्शन

punjabkesari.in Friday, Sep 15, 2017 - 04:50 PM (IST)

मुजफ्फरनगरः अक्सर मौतों के सिलसिले पर सत्तारुढ़ पार्टी पर हमला बोलने वाली कांग्रेस आज खुद ही विवादों में घिर गई है। दरअसल मामला है मुजफ्फरनगर का। जहां गन्ना किसानों का मुद्दा लेकर पहुंचे कांग्रेसियों ने बाकायदा बागपत नाव घटना में मरने वालों के लिए मौन रखने के बाद नचनियों का डांस प्रफोमेंस भी रखा। फिर क्या था धरने पर बैठे किसानों ने भी बार बालाओं के ठुमकों पर जमकर पैसों की बारिश की।

किसानों के पास कहां से आया पैसा?
हैरत की बात है कि जो किसान धरने पर बैठते समय घर खर्च की दुहाई देते है, उनके पास बार बालाओं पर लुटाने के लिए नोट कहां से आ गए। वहीं कांग्रेस कार्यकर्ताओं का ये रुप देखकर इलाके में भी चर्चाओं का बाजार गर्म है।


सांसद ने डांसरो को बताया स्कूली छात्रा
हद तो तब पार हो गई जब पूर्व सांसद हरेंद्र सिंह मलिक से इस बाबत सवाल पूछा गया तो उन्होंने हड़बड़ाकर बार बाला को स्थानीय स्कूल छात्रा बता दिया लेकिन इन जनाब से कोई पूछे की धरने पर छात्रों के ठुमके और ठुमकों पर नोटों की बरसात तो और भी शर्मनाक है।

धरने में संख्या बढ़ाने के लिए बुलाई डांस बालाएं
जानकारी के अनुसार मामला बुढाना तहसील के भसाना बजाज हिंदुस्तान शुगर लिमिटेड मिल का है। जहां पूर्व सांसद हरेंद्र सिंह मलिक के नेतृत्व में हजारों किसान और कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने बकाया गन्ने के भुगतान और बाहर से मंगाई गई शुगर को लेकर विरोध प्रदर्शन के साथ धरना शुरू किया, लेकिन कांग्रेसियों द्वारा धरने में भीड़ ना पहुंचने पर किसानों को धरने में इकट्ठा करने के लिए बार बालाओं की रागनी का सहारा लिया गया।


बागपत मामले में भी रखा 1 मिनट का मौन
जहां किसानों की भीड़ तो दिखी लेकिन किसानों ने बार बालाओं के ठुमकों पर पैसे भी उड़ाए और मस्ती में हंसते हुए और नाचते हुए भी किसान नेता दिखाई दिए। बार बालाओं के ठुमके से पहले कांग्रेसियों ने बागपत में हुए नाव हादसे में लोगों की मौत पर 2 मिनट का दिखावे के लिए मौन धारण किया और उसके तुरंत 1 मिनट बाद ही बार बालाओं के ठुमके लगवाने शुरू कर दिए।