राजकीय बाल संरक्षण गृह की 33 पॉजिटिव किशोरियों में से 2 निकलीं 8 माह की गर्भवती

punjabkesari.in Sunday, Jun 21, 2020 - 02:23 PM (IST)

कानपुरः कोरोना संकट के बीच  उत्तर प्रदेश के कानपुर से बड़ी घटना सामने आई है। जहां राजकीय बाल संरक्षण गृह की 33 कोरोना संक्रमित किशोरियों में से 17 वर्ष की दो लड़कियां गर्भवती पाई गई हैं। इस घटना के प्रकाश में आते ही संरक्षण गृह से लेकर शासन तक में हड़कंप मच गया। ऐसे में इन दोनों लड़कियों को हैलट के जच्चा बच्चा अस्पताल में भर्ती कराया गया है।

बता दें कि तीन दिन पहले संरक्षण गृह की 33 किशोरियों में कोरोना के लक्षण दिखाई दिए थे। इसके बाद उन सभी के टेस्ट सैंपल लिए गए। टेस्ट की रिपोर्ट आने के बाद हड़कंप मच गया।

सभी 33 किशोरियां कोरोना पॉजिटिव निकली थीं। इसके बाद स्वास्थ्य महकमे की टीम ने उन्हें उपचार के लिए मंधना के रामा मेडिकल कॉलेज में भर्ती कराया।होश तो तब उड़ गए जब उपचार के दौरान दो किशोरियां गर्भवती पाई गईं। कहा जा रहा है कि दोनों गर्भवती युवतियों के पेट में 8 माह का बच्चा पल रहा है।

उनमें से एक गर्भवती किशोरी एचआईवी संक्रमित पाई गई है तो वहीं, दूसरी में हेपेटाइटिस सी का संक्रमण मिला है। दोनों किशोरियों की उम्र 17 वर्ष है और बिहार व झारखंड की रहने वाली बताई जा रही हैं। उन्हें HIV और हेपेटाइटिस-C का संक्रमण होने से हाई रिस्क बन गया है, जिससे उन्हें विशेष निगरानी में रखा गया है। इसके साथ ही अब किशोरियों का पूरा ब्यौरा खंगाला जा रहा है कि दोनों को कब राजकीय बाल संरक्षण गृह में लाया गया था।

वहीं इस बाबत सीएमओ अशोक कुमार शुक्ला ने कहा कि उन्हें दोनों किशोरियों के गर्भवती होने की जानकारी नहीं है। उनका कहना है कि मेरा काम कोरोना पॉजिटिव मरीजों को अस्पताल में भर्ती कराना है। उनके लिए बेहतर चिकित्सा सुविधा उपलब्ध कराना मेरी जिम्मेदारी है। यह  गर्भवती है या एचआईवी पॉजिटिव इसकी जानकारी अस्पताल प्रशासन से मिल सकती है। यह विभाग मेरा नहीं है।

Author

Moulshree Tripathi