उत्कल एक्सप्रेस हादसे में 20 लोगों की मौत, 156 घायल: मोहम्मद जमशेद

punjabkesari.in Sunday, Aug 20, 2017 - 04:10 PM (IST)

मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश के खतौली में हुए भीषण ट्रेन हादसे के कारण का पता लगाने के लिए अधिकारियों ने जांच शुरू कर दी है। यह पता करने के लिए राहत एवं बचाव अभियान अभी जारी है कि क्या पटरी से उतरे उत्कल एक्सप्रेस के डिब्बों में अभी और लोग फंसे हुए हैं। ट्रेन के डिब्बे पटरी से उतरने के कारण 21 लोगों की मौत हो गई और 156 लोग घायल हो गए।
                 
रेलवे बोर्ड के सदस्य मोहम्मद जमशेद ने कहा कि प्रथम दृष्टया, एेसा लगता है कि पटरियों पर मरम्मत का कार्य चल रहा था। जांच से पता चला है कि किस वजह से हादसा हुआ। रेल मंत्री सुरेश प्रभु ने रेलवे बोर्ड के अध्यक्ष से कहा कि वह इस घटना को लेकर ‘प्राथमिक साक्ष्यों के आधार पर दिन के आखिर तक’ जवाबदेही तय करें। रेलवे ने आज पटरियों पर से मलबा हटाने के लिए हाई-टेक क्रेनों और कई कर्मचारियों को तैनात किया है।
                  
पटरी से उतर चुके डिब्बों को हटाने के लिए 140 टन वजन की दो क्रेनों को सेवा में लगाया गया था, जिनकी सहायता से हादसे में जीवित बचे लोगों को मलबे से सुरक्षित बाहर निकालने एवं हादसे के शिकार हुए लोगों के शवों को निकालने का काम पूरी रात चलता रहा। राष्ट्रीय आपदा मोचन बल की आेर से चलाया गया बचाव अभियान तड़के करीब 3 बजे पूरा हुआ। तेज गति से आ रही उत्कल एक्सप्रेस के 13 डिब्बे कल उत्तर प्रदेश के खतौली के निकट पटरी से उतर गए। इनमें से एक डिब्बा रेलवे पटरी के पास मौजूद एक घर से जा टकराया। दुर्घटना में 21 यात्रियों की मौत हो चुकी है।
                 
घटना के बारे में जानने के लिए उत्सुक लोगों की भीड़ घटनास्थल पर सुबह जमा हो गई। 2 कोचों को वहां से खींचकर पटरी से दूर जमीन पर रख दिया गया। पास की जगहों से लाइनमैन और अन्य कामगारों को बुलाकर अवांछित पत्थरों को हटाया गया और क्षतिग्रस्त पटरियों को मजबूत करने के लिए कंक्रीट की नई स्लीपर्स को वहां डाला गया। वहां कार्यरत एक लाइनमैन ने कहा कि पटरियों से मलबा हटाने के लिए हम लोग पानीपत से आए हैं। पलट चुके एक डिब्बे को हटाने का काम फिलहाल जारी है।
                 
प्रभु ने कल हुई इस दुर्घटना की जांच के आदेश दिए हैं। उन्होंने कहा कि वह स्वयं हालात पर नजर रख रहे हैं और लापरवाही होने की स्थिति में कड़ी कार्रवाई की जाएगी। मंत्री ने मृतकों के निकटतम परिजनों को 3.5 लाख रुपए, गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार रुपए और मामूली रूप से चोटिल लोगों को 25 हजार रुपए बतौर सहायता राशि देने की घोषणा की है। घायलों को मुजफ्फरनगर और मेरठ के अस्पतालों में भर्ती कराया गया है।