समाजवादी पेंशन के नाम पर 23 सुहागिनों को बना दिया विधवा, सालों से जारी है फर्जीवाड़ा

punjabkesari.in Friday, May 29, 2020 - 08:52 PM (IST)

शाहजहांपुरः फर्जीवाड़ा जब अपना पांव पसारता है तो वह किसी की परवाह नहीं करता है। ऐसे ही कभी किसी जिंदा व्यक्ति को मृत बता देता है या कम उम्र को अधिक। इसी क्रम में उत्तर प्रदेश के शाहजहांपुर का एक मामला सामने आया है जहां प्रधान, विभाग के बाबुओं सहित उच्चाधिकारियों ने पैसे की बंदरबांट करने के लिए 23 महिलाओं को विधवा बना दिया। उनके खातों मे विधवा पेंशन भेजी जाने लगी, जबकि उन महिलाओं के पति जीवित है और वो खुद इस बात का प्रमाण दे रहे हैं कि वह अभी मरे नहीं, बल्कि जीवित है।

बता दें कि ब्लाक मिर्जापुर के अंतर्गत ग्राम पंचायत सरायं तालुका वानगांव में करीब 23 महिलाएं ऐसी हैं, जिनके पति अभी जिंदा हैं, लेकिन कुछ बाबुओं और प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से वो महिलाएं कागजों पर अब विधवा हो चुकी हैं। ऐसा वो महिलाएं और उनके पति खुद बोल रहे हैं। जिला मुख्यालय से करीब 70 किलोमीटर दूर इस गांव में वर्ष 2016 मे समाजवादी पेंशन देने के लिए 33 महिलाओं के कागजात लेकर उनको पात्र बताया गया था। तब से लगातार उनके खातों मे पेंशन भेजी जाने लगी, लेकिन धीरे-धीरे ग्रामिणों को पता चला कि 33 महिलाओं में से सिर्फ 10 महिलाएं ऐसी हैं, जो वास्तव मे विधवा हैं और उनको पेंशन देकर उनकी मदद की जा रही है, लेकिन 23 महिलाएं को पति जिंदा हैं।

वर्ष 2016 में विभाग के बाबुओं और ग्राम प्रधान सहित उच्चाधिकारियों की मिलीभगत से उन महिलाओं को विधवा दर्शाकर उनको पात्र बनाकर उनके खातों मे लगातार पेंशन भेजी जा रही है। बता दें कि समाजवादी पेंशन के नाम पर विधवा पेंशन घोटाले की यह सिर्फ एक उदाहरण सामने आया है। लेकिन इस पर अगर गहराई से जांच की जाए, तो बड़ा घोटाला सामने आ सकता है।

 


 


ग्रामिणों ने इस पूरे प्रकरण में एक दलाल की भी संलिप्तता बताई है। अभी तक घोटाला सिर्फ एक गांव से निकलकर सामने आया है, लेकिन पूरे जनपद में विधवा पेंशन की जांच कराई जाए तो और एक बड़ा घोटाला सामने आ सकता है, जिसमें ग्राम प्रधान से लेकर सरकारी तंत्र भी लपेटे में आ सकता है। इस पूरे मामले की जांच के लिए कमेटी गठित कर की गई है, जो भी दोषी होंगे उनके विरुद्ध रिकवरी करवाकर एफआईआर दर्ज कर वैधानिक कार्यवाही की जाएगी।

 

Author

Moulshree Tripathi