कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच शांति से निपटी बाबरी विध्वंस की 26वीं बरसी

punjabkesari.in Thursday, Dec 06, 2018 - 05:22 PM (IST)

अयोध्याः उत्तर प्रदेश के अयोध्या में कड़े सुरक्षा बंदोबस्त के बीच गुरूवार को विवादित ढांचा गिराए जाने की 26वीं बरसी शांतिपूर्वक सम्पन्न हो गई। अयोध्या में मुस्लिम संगठनों ने अपने प्रतिष्ठान बंद रखे और मस्जिदों में नमाज अदा करने के बाद बाबरी मस्जिद के पुन: निर्माण की दुआ मांगी। वहीं हिंदू संगठनों ने विवादित भूमि पर भव्य मंदिर निर्माण का संकल्प दोहराया।

वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक ने बताया कि सुरक्षा के कड़े इंतजामों के बीच हिंदू संगठनों ने शौर्य दिवस और मुस्लिमों ने गम दिवस मनाया। इस दौरान अयोध्या में स्थिति सामान्य रही और आवाजाही निरंतर बनी रही। किसी भी संगठन को विवादित भूमि पर जाने की अनुमति नहीं दी गई, लेकिन परंपरागत रूप से आज भी विवादित भूमि पर विराजमान रामलला के दर्शन भारी संख्या में श्रद्धालुओं ने किए।

इंडियन यूनियन मुस्लिम लीग के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. नजमुल हसन गनी की अध्यक्षता में एक दिवसीय धरना गांधी पार्क में दिया गया। डॉ. गनी ने कहा कि बाबरी मस्जिद की शहादत मामूली नहीं है। मस्जिद के साथ ही 6 दिसंबर, 1992 को कानून भी शहीद किया गया। मस्जिद गिराए जाने के वक्त तत्कालीन प्रधानमंत्री पी.वी. नरसिंहा राव ने मुसलमानों से वादा किया था कि बाबरी मस्जिद वहीं बनाकर देंगे, लेकिन 26 वर्ष बीत जाने के बाद भी देश के किसी प्रधानमंत्री ने यह वादा पूरा नहीं किया।

दूसरी तरफ अखिल भारतीय हिंदू समाज ने सरयू के जल को हाथों में लेकर मंदिर निर्माण के लिए संकल्प लिया है। वहीं विश्व हिंदू परिषद ने भी मुख्यालय कारसेवकपुरम में एक कमरे में ही शौर्य दिवस मनाया।

बाबरी मस्जिद के मुद्दई इकबाल अंसारी ने कहा कि 6 दिसंबर, 1992 की घटना देश के लिए दुखद और शर्मनाक थी। उन्होंने कहा कि मैं हिंदू और मुस्लिम समाज के लोगों से कहना चाहूंगा कि मामला सुप्रीम कोर्ट में है, इसलिए जो भी फैसला होगा उसे देश के मुसलमान मानने के लिए तैयार हैं। उन्होंने कहा कि बाबरी मस्जिद को तोड़ने वालों के खिलाफ आज तक कोई नहीं कार्रवाई की गई। यह बेहद दुखद है।



 

Deepika Rajput