3 साल के मासूम ने बचाई प्रेग्नेंट मां और दुधमुंहे भाई की जान, भावुक कर देगी कहानी

punjabkesari.in Monday, Jul 05, 2021 - 12:48 PM (IST)

मुरादाबादः यूपी के मुरादाबाद में मां की ममता का एक ऐसा किस्सा सामने आया है, जिसे सुनकर शायद आपके आंसू छलक पड़ें। जहां ठीक से बोल भी नहीं पाने वाले 3 साल के मासूम बच्चे ने अपनी प्रेगनेंट मां और अपने मासूम भाई की जान बचाई। जिसकी वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है। 

जानिए क्या है मामला?
दरअसल, मुरादाबाद रेलवे स्टेशन के प्लेटफार्म नंबर एक पर बने फुट ओवरब्रिज पर एक महिला गर्मी की वजह से बेहोश हो गई। उसके साथ करीब 3 साल का बेटा था। मां के नहीं उठने पर बच्चा पहले खूब रोया। जिसके बाद नन्हे-नन्हे क़दमों से प्लेटफार्म नंबर एक पर बने जीआरपी थाने की तरफ़ जाने लगा। उसी दौरान सीढ़ी से उतर रही आरपीएफ़ की महिला कॉन्स्टेबल की नजर इस मासूम पर पड़ी। कॉन्स्टेबल के पास बच्चा पहुंचा। उसने कॉन्स्टेबल की अंगुली पकड़ ली पहले महिला कॉन्स्टेबल कुछ नहीं समझी, लेकिन लड़का जब उसको एक तरफ ले जाने लगा तो वह चल पड़ीं। बच्चा महिला कॉन्स्टेबल को अपनी मां के पास तक ले गया। प्लेटफॉर्म नंबर 5 पर महिला को बेहोश देख कॉन्स्टेबल परेशान हो गई। कॉन्स्टेबल ने देखा महिला बेहोश पड़ी है। उसके ऊपर एक दुधमुंहा बच्चा भी लेटा है। महिला कॉन्स्टेबल ने जीआरपी को बुलाया। 

रेलवे स्टेशन पर बेहोश पड़ी थी मां
तब महिला पुलिसकर्मियों ने पहले पानी मंगा कर उस महिला के चेहरे पर छींटे मारे और उन्हें होश में लाने की कोशिश की, लेकिन जब महिला होश में नहीं आई तब महिला पुलिसकर्मियों ने कंट्रोल रूम को सूचना देकर एंबुलेंस बुलाई और जीआरपी पुलिस की मदद से महिला को जिला अस्पताल में भर्ती कराया जहां, उसका उपचार शुरू हुआ। डॉक्टर के मुताबिक महिला 3 महीने की गर्भवती है इस वजह से और गर्मी की वजह से वो बेहोश हो गई। 

मुरादाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती महिला 
इस बारे में आरपीएफ के सीनियर कमांडेंट की मानें तो 3 जुलाई को 2 साल की एक अबोध बच्ची आरपीएफ की महिला सिपाही के पास आई और उसे खींचकर रेलवे के फुटओवर ब्रिज के ऊपर बेहोश पड़ी अपनी मां और 6 महीने के भाई के पास ले गई जहां आरपीएफ ने महिला को फर्स्ट एड देने के बाद मुरादाबाद के जिला अस्पताल में भर्ती कराया। 

3 माह की प्रग्नेंट थी महिला
वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए राजकीय रेलवे पुलिस की क्षेत्राधिकारी देवी दयाल ने बताया कि ड्यटी पर तैनात जीआरपी के जवानो की कोशिश से एक महिला की जान बचाई जा सकी है। अस्पताल के डॉक्टरों ने महिला को 3 माह की प्रग्नेंट बताया है और कमजोरी के चलते बेहोश होना बताया है। 

जिला अस्पताल के इमरजेंसी वार्ड में तैनात स्टाफ़ से संपर्क किया तो वहां तैनात स्टाफ नर्स माधुरी सिंह ने बताया कि महिला को कमजोरी के चलते बेहोशी की हालत में जीआरपी ने भर्ती कराया था। बेहोश महिला के साथ 2 बच्चे थे एक बच्चा जो 3 साल का था वो काफी एक्टिव था, और मेडिकल स्टाफ के साथ वो भी अपनी मां की बहुत देखभाल कर रहा था। शाम होते होते महिला होश में आ गई। महिला ने बताया कि उसका नाम परवीन है और वह हरिद्वार जनपद के कलियर शरीफ की रहने वाली है। पूरी तरह से स्वस्थ होने के बाद महिला को अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया है और वह अपने घर चली गई है। 

Content Writer

Tamanna Bhardwaj