शिक्षक दिवस पर 31 शिक्षक को किया गया सम्मानित

punjabkesari.in Friday, Sep 06, 2019 - 09:42 AM (IST)

लखनऊ: उत्तर प्रदेश की राज्यपाल श्रीमती आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने आज यहां शिक्षक दिवस पर आयोजित ‘अध्यापक पुरस्कार समारोह' में प्रदेश के उच्च एवं माध्यमिक शिक्षा के 31 शिक्षकों को सम्मानित किया। इस अवसर पर गुरुवार को अपने विचार व्यक्त करते हुए श्रीमती पटेल ने देश के पूर्व राष्ट्रपति, महान शिक्षाविद एवं दार्शनिक डॉ0 सर्वपल्ली राधाकृष्णन के जन्मदिवस को शिक्षक दिवस के रूप में मनाए जाने को एक स्वस्थ परम्परा बताते हुए सभी शिक्षकों को शिक्षक दिवस की शुभकामनाएं दीं। 

उन्होंने कहा कि राज्य सरकार द्वारा शिक्षा में अच्छा कार्य करने वालों को सम्मानित किया जाना सराहनीय है। व्यक्ति के अन्दर संवेदना का होना अति आवश्यक है। संवेदना के बगैर अच्छे कार्य की आशा नहीं की जा सकती है। उन्होंने एक स्कूल का जिक्र करते हए कहा कि एक विद्यालय में लगभग 300 विद्यार्थी पढ़ते थे और वहां पर शौचालय नहीं था। विद्यालय के अध्यापक ने अपने वेतन से शौचालय बनवाया, जिससे वहां के विद्यार्थियों में रुचि लेकर पढ़ाई शुरू की। ये संवेदनाएं हमें बताती हैं कि शिक्षा के साथ-साथ हमें व्यावहारिक ज्ञान का होना आवश्यक है। राज्यपाल जी ने कहा कि एक शिक्षक समाज में सकारात्मक बदलाव ला सकता है। उन्होंने अपना एक संस्मरण साझा करते हुए कहा कि एक विद्यालय में बहुत गन्दगी थी फिर उस विद्यालय के अध्यापक ने स्वयं सफाई शुरू करने का काम किया। उसे देखकर स्कूल के सभी विद्यार्थियों ने सफाई में सहयोग देना प्रारम्भ कर दिया, जिससे विद्यालय का कायाकल्प हो गया।    

कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि हम सबका जीवन प्रतिदिन कुछ न कुछ सीखने के लिए होता है। हर घटना परिघटना हमें कुछ सिखाती है। आवश्यकता है हम उन चीजों को किस रूप में लेते हैं। उन्होंने कहा कि जीवन में सदैव अच्छे कार्य करते रहना चाहिए। राज्य सरकार ने सभी बोडरें के मेधावी विद्यार्थियों को सम्मानित करने का काम किया है। उन्होंने कहा कि वर्तमान राज्य सरकार ने शिक्षा की गुणवत्ता पर फोकस करके कार्य किया है। उच्च शिक्षा में सत्रों को नियमित करने का कार्य किया गया है तथा अवस्थापना सुविधाओं के विकास को महत्व दिया गया है। उन्होंने कहा कि माध्यमिक शिक्षा परिषद की हाईस्कूल तथा इण्टरमीडिएट की नकलविहीन परीक्षा एक चुनौती थी। लेकिन तकनीक के माध्यम से राज्य सरकार नकलविहीन परीक्षा कराने में सफल रही। माध्यमिक शिक्षा परिषद द्वारा मात्र एक महीने में परीक्षा सम्पन्न कराकर इसका परिणाम घोषित किया गया।

Ajay kumar