क्वारैंटाइन की मुहर मिटाकर 36 लोग हुए फरार, 2 हैं कोरोना पॉजिटिव

punjabkesari.in Saturday, Mar 28, 2020 - 01:58 PM (IST)

पीलीभीतः खतरनाक कोरोना वायरस से बचाव के मद्देनजर सरकार से लेकर आम जन तक बड़े-बड़े कदम उठा रही है। वहीं कनिका द्वारा किए गए लापरवाही को अभी देश भुला नहीं कि मक्का से हज करके लौटे 36 लोगों के समूह ने फिर से गलती को दुहरा दिया। इसके साथ ही उन लोगों ने बहुत बड़ी मुश्किल खड़ी कर दी है। बता दें कि मक्का से लौटने पर इनकी मुंबई एयरपोर्ट पर जांच की गई। इसके बाद इन लोगों को क्वारैंटाइन करने के लिए हाथों पर मुहर लगाई गई। पर 14 दिन के क्वारैंटाइन पीरियड से बचने के लिए इन लोगों ने हाथों पर लगी मुहर इत्र से मिटा दी।

36 लोगों को ट्रेस करना एक बड़ी चुनौती
भयावह यह है कि बाद में पता चला कि इन्हीं में से दो लोग मां और बेटा कोरोना पॉजिटिव हैं। अब अधिकारियों के सामने 36 लोगों को ट्रेस करने की चुनौती है। जिस जनरल बोगी से ये लोग मुंबई से लखनऊ आए, उसमें सवार यात्रियों का पता लगाना भी जरूरी हो गया है। इस काम में 45 टीमें लगाई गई हैं।  इसकी  जानकारी गांववालों ने स्वास्थ्य विभाग को दे दी।

बचने के लिए हवाई यात्रा की बजाय ट्रेन से किया सफर
स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी ने बताया कि इन लोगों ने हवाई यात्रा की बजाय ट्रेन से सफर किया ताकि आइसोलेट ना होना पड़े। लखनऊ तक ट्रेन से आने के बाद ये टैक्सी और दूसरे साधनों से पीलीभीत पहुंचे। घर पहुंचते ही मुहर को इत्र से साफ कर दिया। 22 मार्च को इन लोगों में से मां और बेटे की रिपोर्ट पॉजिटिव आई।

डॉ. सीमा अग्रवाल ने बताया कि सऊदी से आने वाले सभी लोगों की जांच जारी है। उनके संपर्क में जो लोग रहे हैं, उनकी भी जांच की जा रही है। इस अभियान में कुल 45 टीमों को लगाया गया है। 36 लोगों को क्वारैंटाइन सेंटर में रखा गया है। उन सभी गांवों को सैनिटाइज करने की प्रक्रिया शुरू हुई है। जहां के ये लोग हैं। लोगों को घरों से बाहर न निकलने की हिदायत दी गई है। अब तक जिले में 99 लोग विदेश से आए हैं। इसमें से 45 लोगों को निगरानी में रखा गया है। जिले से कुल 22 सैंपल भेजे जा चुके हैं। जिनमें 16 की रिपोर्ट निगेटिव भी आ चुकी है जबकि एक युवक का दोबारा सैंपल भेजा गया है।

 

Ajay kumar