मुगलों के छक्के छुड़ा देने वाले छत्रपति शिवाजी की 388वीं जयंती, CM योगी ने की श्रद्धांजली अर्पित

punjabkesari.in Tuesday, Feb 20, 2018 - 12:05 PM (IST)

लखनऊः आज देश भर में छत्रपति शिवाजी महाराज की 388वीं जयंती मनाई जा रही है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से लेकर देश भर के कई लोग शिवाजी को उनकी जयंती पर याद कर रहे हैं। पीेएम मोदी ने अपने ट्विटर से एक वीडियो शेयर कर छत्रपति शिवाजी को श्रद्धांजली अर्पित की है। माना जाता है कि उनकी मां ने शिवाजी देवी शिवाई के नाम पर उनका नाम रखा था। शिवाजी को महाराष्ट्र में भगवान की तरह पूजा जाता है। 

शिवाजी की जयंती पर योगी ने किया संबोधन 
छत्रपति शिवाजी की जयंती पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ लखनऊ विश्वविद्यालय के प्रांगण में पहुंचे, जहां उन्होंने शिवाजी के मूर्ति का अनावरण किया। इस दौरान अपने संबोधन में योगी ने कहा कि शिवाजी के एक भी दुर्ग पर उनका रिश्तेदार नहीं बल्कि उनका विश्वासपात्र था। ये समाज के लिए एक प्रेरणा और संदेश है। शिवाजी दुश्मनों में प्रति रणनीति की भी मिसाल थे। शिवाजी ने आगरा आकर सकुशल लौटकर इतिहास लिखा। आगरा में उन्हें औरंगजेब द्वारा नजरबंद कर दिया गया। कुछ दिनों बाद औरंगजेब ने शिवाजी को मारने का इरादा बनाया। जिससे पहले ही शिवाजी अपने बेजोड़ साहस और युक्ति के बल पर भागने में कामयाब हो गए। शिवाजी ने उत्तर और दक्षिण को जोड़ने का काम किया है।

पहला नावसेना का बेड़ा शिवाजी ने बनाया
इस दौरान मशाल लेकर महाराष्ट्र से शिवज्योत लेकर आए नौजवानों का यूपी की जनता की ओर से योगी आदित्यनाथ ने स्वागत किया। इस मौके पर राज्यपाल सहित अन्य गणमान्य व्यक्ति मौजूद रहे। योगी ने कहा कि शिवाजी ने क्षत्रपति की उपाधि लेते समय काशी के पुरोहितों को बुलाया था। भारत के अंदर पहला नावसेना का बेड़ा शिवाजी ने बनाया। गुरिल्ला युद्ध की शुरुआत शिवाजी की देन है, इसे शिवसूत्र के नाम भी जाना जाता था। 

लोग हिंदुत्व से करते हैं अब परहेज 
अक्सर हम देखते हैं कि लोग हिंदुत्व से अब परहेज करते हैं। शिवाजी महाराज ने उस समय हिन्दवी स्वराज की स्थापना की। शिवाजी महाराज, महाराणा प्रताप, गुरुगोबिंद सिंह जैसे महापुरुषों की प्रेरणा लेते रहना चाहिए। इतने लोग एक साथ केसरिया पगड़ी पहनकर लोग आए ये अद्भुत है। बाल गंगाधर तिलक के उदघोष की 101वीं जयंती यूपी में मनाई गई। लविवि में शिवाजी की प्रतिमा राज्यपाल की प्रेरणा से लगी।