कानपुर शेल्टर होम में 57 बच्चे कोरोना संक्रमित, सुप्रीम कोर्ट ने यूपी सरकार से मांगी रिपोर्ट

punjabkesari.in Tuesday, Jul 07, 2020 - 05:11 PM (IST)

नई दिल्ली-कानपुर: बीते दिनों उत्तर प्रदेश के कानपुर के एक (शेल्टर होम) बाल संरक्षण गृह में 50 से ज्यादा बच्चे कोरोना पॉजिटिव पाए गए। इस मामले को लेकर दायर याचिका पर मंगलवार को सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई हुई जिसमें न्यायालय ने उत्तर प्रदेश सरकार को स्टेटस रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया है। सुप्रीम कोर्ट ने ऐडवोकेट गौरव अग्रवाल को ऐमिकस क्यूरी नियुक्त किया। मामले में अगली सुनवाई 13 जुलाई को होगी।

हाल ही में, वकील अपर्णा भट ने उत्तर प्रदेश के कानपुर स्थित आश्रय गृह में कोविड-19 के लिए पॉजिटिव परीक्षण करने वाली 57 नाबालिग लड़कियों को उचित "चिकित्सा उपचार और सुविधाएं" देने की मांग की।

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क्या है मामला?
बता दें कि 22 जून को कानपुर स्थित एक सरकारी बाल संरक्षण गृह में एक साथ 57 लड़कियों के कोरोना वायरस संक्रमित मिलने से हड़कंप मच गया था, यही नहीं यहां 7 लड़कियां गर्भवती भी पाई गई हैं। जांच के दौरान पता चला कि दो लड़कियां एचआईवी और हेपेटाइटिस सी से भी ग्रसित हैं।

यह मामला सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश सरकार की दिक्कतें बढ़ गई हैं और अब सुप्रीम कोर्ट ने राज्य सरकार से स्टेटस रिपोर्ट मांगा है। सुप्रीम कोर्ट ने मीडिया रिपोर्टों का हवाला देते हुए कहा कि कानपुर में एक आश्रय गृह में 50 से ज्यादा बच्चे संक्रमित हैं, जिन्हें कोविड19 संक्रमित पाया गया है। उत्तर प्रदेश सरकार को इस मामले में स्थिति रिपोर्ट दाखिल करने का निर्देश दिया।

 


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Ajay kumar

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