भारतरत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पन्त की 57वीं पुण्यतिथि, कार्यकर्ताओं ने दी श्रद्धांजलि

punjabkesari.in Wednesday, Mar 07, 2018 - 12:11 PM (IST)

जौनपुरः  उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री व महान स्वतंत्रता संग्राम सेनानी भारत रत्न पंडित गोविन्द बल्लभ पंत की जौनपुर में 57वीं पुण्यतिथि मनाई गई। इस अवसर पर हिन्दुस्तान सोशलिस्ट रिपब्लिकन आर्मी एवं लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के कार्यकर्ताओं ने शहीद स्मारक पर पंत के चित्र पर माल्यार्पण की। साथ ही उनके व्यक्तित्व एवं कृतित्व पर प्रकाश डाला। इसके बाद 2 मिनट का मौन रखकर उन्हें श्रद्धांजलि दी।

स्मारक पर उपस्थित लोगों को सम्बोधित करते हुए लक्ष्मीबाई ब्रिगेड के अध्यक्ष मंजीत कौर ने कहा कि गोविन्द बल्लभ पंत का जन्म उत्तराखण्ड के अल्मोड़ा जिले के खूंट गांव में 10 सितंबर 1887 को हुआ था। इलाहाबाद विश्वविद्यालय से वर्ष 1909 में कानून की परीक्षा पास की और काकोरी काण्ड के मुकदमें की पैरवी से उन्हें पहचान एवं प्रतिष्ठा मिली। उन्होंने कहा कि वर्ष 1937 में पंत संयुक्त प्रान्त के प्रधानमंत्री बने और 1946 में उत्तर प्रदेश के पहले मुख्यमंत्री बने।

10 जनवरी 1955 को पंत ने भारत के गृहमंत्री का पद संभाला था। उन्होंने कहा कि देश में ऐसे क्रातिकारी नेताओं की सूची बहुत कम है, जिन्होंने राजनीति के साथ-साथ साहित्य और शिक्षा के क्षेत्र में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया है। उन्होंने कहा कि उत्तराखण्ड ने शिक्षा के क्षेत्र में जो भी उपलब्धियां हासिल की है, स्वर्गीय पंत ने उनकी आधार शिला रखी है। उन्होंने कहा कि पंत जी ने ही हिन्दी को राजकीय भाषा का दर्जा दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी। 7 मार्च 1961 को पंत का देहान्त हो गया।