श्रीराम मंदिर ट्रस्ट में 6 लाख के फर्जीवाड़े का मुंबई से है कनेक्शन

punjabkesari.in Friday, Sep 11, 2020 - 03:25 PM (IST)

प्रयागराज/लखनऊ: अयोध्या के श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के खाते से क्लोन चेकों के जरिए 6 लाख रूपये के फर्जीवाड़ा किए जाने पर अखाड़ा परिषद ने नाराज़गी जताई है। वहीं इस फर्जीवाड़े का कनेक्शन मुंबई से सामने आया है।

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परिषद के अध्यक्ष महंत नरेन्द्र गिरी ने क्लोन चेकों के जरिए फर्जीवाड़ा करने वाले दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने की मांग की है। उन्होंने धोखाधड़ी करने वाले आरोपियों की शीघ्र गिरफ्तारी कर चंदे की राशि हड़पने वालों को जेल भेजे जाने की भी मांग की है।

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उन्होंने कहा कि ट्रस्ट के खाते से बड़ी रकम निकालते समय बैंक अधिकारियों को संज्ञान अवश्य लेना चाहिए था। बैंक कर्मचारियों से भी मामले में बड़ी चूक हुई है। यह कोई निजी खाता नहीं है कि इतनी बड़ी राशि निकाली जा रही है और बैंक अधिकारी इस पर ध्यान नहीं दिए। यह ट्रस्ट का पैसा है और यदि मोटी रकम निकाली जा रही है तब अधिकृत सदस्य से एक बार बातचीत अवश्य करनी चाहिए थी।

राम मंदिर ट्रस्ट के खाते से पैसा निकालने वाले का मुंबई कनेक्शन
बता दें कि श्री रामजन्मभूमि तीर्थक्षेत्र ट्रस्ट के खाते से क्लोन चेक के जरिए 6 लाख रुपये निकालने वाला जालसाज मुम्बई का है। निकासी वाले खाते की लोकेशन महाराष्ट्र में मिली है। जिसके बाद पुलिस की टीम आरोपी को गिरफ्तार करने के लिए मुंबई के ले रवाना हो गई है। ट्रस्ट के गोपनीय खाते से दो बार में हस्तांतरित 6 लाख रुपयों में से 4 लाख रुपये जालसाज निकाल चुका है। पंजाब नेशनल बैंक स्थित जालसाज के खाते में अभी दो लाख रुपये बचे हैं। भारतीय स्टेट बैंक की अयोध्या शाखा के प्रबंधक प्रियांशु शर्मा ने जालसाज के पीएनबी खाते को तात्कालिक रूप से फ्रीज करा दिया है।

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मूल चेक ट्रस्ट के पास मौजूद: चंपत राय
ट्रस्ट महासचिव चंपत राय ने बताया कि एसबीआई, लखनऊ की क्लीयरिंग शाखा की सतर्कता से 9 लाख 86 हजार के फर्जी चेक का भुगतान रुक गया है। उन्होंने बताया कि भुगतान के लिए जिस नंबर का चेक बैंक भेजा गया, वह उनके पास मौजूद था। इसके पूर्व एक सितम्बर व 8 सितम्बर को जिन दो चेकों से क्रमश: ढाई लाख व साढ़े तीन लाख की राशि हस्तांतरित हुई, वे चेक भी मौजूद हैं। फिलहाल तीनों चेकों को क्रास कर जांच के लिए क्लीयरिंग शाखा को भेज दिया गया है। 


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Umakant yadav

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