इटावा के सफारी पार्क में गुजरात से लाई जा रहीं 6 शेरनी और 2 शेर

punjabkesari.in Saturday, Mar 02, 2019 - 11:53 AM (IST)

इटावाः उत्तर प्रदेश के इटावा जिले के बीहडों में स्थापित इटावा सफारी पार्क में गुजरात से छह मादा और दो नर शेर लाए जा रहे हैं। शुक्रवार को गुजरात में जूनागढ़ के दौरे से लौटे इटावा सफारी के निदेशक वीके सिंह बताया कि जिन आठ शेरों को जहां लाया जाएगा, उन्हें चिन्हित कर लिया गया है। शेरों का कुनवा बढ़ाने के मकसद से छह शेरनी और दो शेर यहां लाए जा रहे हैं। सफारी में भी इसके लिए तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।

उन्होंने बताया कि गुजरात से शेर लाए जाने की बात काफी समय से चल रही थी। पहले 11 शेर लाए जाने की सहमति बनी थी, लेकिन बाद में आठ शेर लाए जाने की बात फाइनल हुई है। गोरखपुर में निर्माणाधीन चिडिय़ाघर के लिए इन शेरों को लाया जा रहा है। पिछले वर्ष जब गुजरात के मुख्यमंत्री विजय रूपानी लखनऊ आए थे, तब मुख्यमंत्री आदित्यनाथ योगी से उनकी बातचीत के बाद शेरों की डील फाइनल हुई थी।

हालांकि अब इसकी संख्या 11 से घटकर 8 रह गई है। ऐसा समझा जा रहा है कि गोरखपुर चिडिय़ाघर में अधिकतम चार शेरों को रखा जा सकता है। इसलिए बाकी बचे हुए चार शेर इटावा सफारी में रुक जाएंगे। इनके रुकने से इटावा सफारी में शेरों और शावकों की संख्या मिलकर 10 से ऊपर पहुंच जाएगी और तब उसे खोले जाने का रास्ता खुल सकता है।

सिंह ने बताया कि जिन शेरों को इटावा सफारी लाया जाना है यहां उनके की पर्याप्त व्यवस्था है। यहां ब्रीडिंग सेंटर में और ज्यादा हरियाली की व्यवस्था की जा रही है , जिससे गुजरात से आने वाले आठों शेरों को यहां रखा जा सके और इसमें कोई कठिनाई न हो। उन्होंने बताया कि गुजरात के जिन शेरों को इटावा सफारी लाया जाएगा, उन्हें सफारी में लाए जाने से पहले उनका स्वास्थ्य परीक्षण किया जाएगा। इन शेरों के ब्लड के नमूने लेकर इंडियन वेटनरी रिसर्च इंस्टीट्यूट आईबीआरआई बरेली में जांच की जाएगी। यह देखा जाएगा कि यह शेर पूरी तरह स्वस्थ हैं और इन्हें कोई बीमारी तो नहीं है। इसके बाद ही इन शेरों को सफारी लाया जाएगा।

सिंह ने बताया कि स्वास्थ्य परीक्षण एवं अन्य औपचारिकताएं पूरी करने के बाद मार्च के अंतिम सप्ताह में इन सभी शेरों को इटावा सफारी लाने की तैयारी चल रही है। अभी यह फाइनल नहीं हुआ है कि इन शेरों को एक साथ लाया जाएगा या अलग-अलग करके सफारी में पहुंचाया जाएगा। पहले सफारी में शेरों के एक-एक जोड़े करके लाए गए थे। फिलहाल सफारी में जितने भी शेर हैं, वे सभी गुजरात के हैं। सबसे पहले शेर विष्णु एवं लक्ष्मी को हैदराबाद से लाया गया था, लेकिन उन दोनों की मौत हो गई।

उन्होंने बताया कि सेंट्रल जू अथारिटी के सदस्य सचिव ए के नायक सफारी पहुंच रहे हैं, जहां वे सफारी का निरीक्षण करेंगे। नायक के शनिवार की देर शाम तक सफारी पहुंचने की संभावना है । रात्रि विश्राम के बाद रविवार को वे सफारी का निरीक्षण करेंगे तथा इस संबंध में जरूरी निर्देश भी देंगे। उनके इटावा आगमन को सफारी के नजरिए से काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

Tamanna Bhardwaj