100 में 60 हमारा है, 40 में बंटवारा: अखिलेश-नीतीश की जुगलबंदी पर मौर्य का तंज, 'फूलपुर से लड़े तो जमानत होगी जब्त'

punjabkesari.in Monday, Sep 26, 2022 - 01:07 PM (IST)

भदोही: उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य ने बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के आगामी लोकसभा चुनाव फूलपुर संसदीय सीट से लड़ने की अटकलों के बारे में कहा कि अगर वह इस सीट से चुनाव लड़े तो उनकी जमानत जब्त हो जायेगी। मौर्य ने यहां संवाददाताओं से कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के गठबंधन से अलग होने के बाद नीतीश की पार्टी जनता दल यू की बिहार में दो सीट जीतने की हैसियत रह जाती है। उन्होंने कहा कि 2014 के लोकसभा चुनाव में जदयू ने भाजपा से अलग होकर चुनाव लड़ा था और तब नीतीश को दो सीट मिली थी।    



‘महज दो सांसदों से अधिक नहीं नीतीश की हैसियत’
गौरतलब है कि हाल ही में नीतीश ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ कर लालू यादव की राजद के साथ मिलकर बिहार में सरकार बना ली है। इसके बाद उत्तर प्रदेश की कुर्मी बहुल फूलपुर सीट से नीतीश के चुनाव लड़ने की अटकलें तेज हो गयी है। फूलपुर सीट से मौर्य भी सांसद रह चुके हैं। इस सीट से नीतीश के चुनाव लड़ने पर भाजपा के कमजोर पड़ने के सवाल पर मौर्य ने कहा, ‘‘नीतीश कुमार जी की जमानत जब्त हो जायेगी। याद कीजिये 2014 का लोकसभा चुनाव, बिना मोदी जी के चेहरे के लड़े थे, नीतीश जी के चेहरे के दम पर उनके केवल दो सांसद जीते थे। बिहार की जनता ने उनकी हैसियत दो सांसद वाली ही बनाकर रखी है।''       

100 में 60 हमारा है, 40 में बंटवारा: मौर्य
मौर्य ने कहा कि भाजपा के साथ गठबंधन में उनका कद बढ़ा रहता है। अब उन्होंने जहां गठबंधन किया है, वहां उनका क्या हश्र होगा, यह 2024 में पता चल जायेगा। राजद के नेता लालू यादव और नीतीश की बीती रात सोनिया गांधी से हुयी मुलाकात के सवाल पर मौर्य ने कहा, ‘‘100 में 60 हमारा है, 40 में बंटवारा है और उस बंटवारे में भी हमारा है। इसलिये 2014 और 2019 में हमारे जितने सांसद जीते थे उससे ज्यादा सांसद 2024 में जीतेंगे।''



नीतीश, मुलायम और अखिलेश से दिल्ली में हुई मुलाकात
गौरतलब है कि पिछले कुछ दिनों से यूपी की राजनीति में बिहार मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के काफी चर्चे हैं। हाल में ही जेडीयू अध्यक्ष ललन सिंह ने इस बात का संकेत देकर चर्चाओं का बाजार गर्म कर दिया कि नीतीश कुमार यूपी की फूलपुर लोकसभा सीट से 2024 का चुनाव लड़ सकते हैं। दिल्ली में नीतीश की मुलायम और अखिलेश से हुई हालिया मुलाकात से ऐसे भी कयास लगाए जा रहे थे कि नॉन यादव ओबीसी खासकर कुर्मी वोटर्स को साधने के लिए यूपी में सपा जेडीयू एक साथ आ सकते हैं।

Content Writer

Mamta Yadav