लंपी वायरस से संक्रमित पशुओं के ठीक होने की दर में 64 फीसदी हुई बढ़ोत्तरी...जानिए पूरे आंकड़े

punjabkesari.in Wednesday, Sep 28, 2022 - 01:57 PM (IST)

लखनऊः भारत सरकार के आंकड़ों की मानें तो उत्तर प्रदेश में योगी सरकार ने लंपी वायरस के प्रकोप से गोवंश को प्रभावी रूप से सुरक्षित बचाने में कामयाबी पाई है। राज्य में लंपी वायरस के संक्रमण से पशुओं के स्वस्थ होने की दर 64 फीसदी है। वहीं मृत्यु दर घटकर मात्र एक फीसदी रह गयी है। योगी सरकार का दावा है कि इस वायरस के संक्रमण को रोकने में प्रशासन की मुस्तैद रणनीति कारगर साबित हुई है।

लंपी वायरस से प्रभावित 06 बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश भी हुआ शामिल
केन्द्रीय पशु पालन और डेयरी विभाग के आंकड़ों के मुताबिक देश के 14 राज्यों में अपने पैर पसार चुके इस वायरस से सर्वाधिक प्रभावित 06 बड़े राज्यों में उत्तर प्रदेश भी शामिल था। इनमें राजस्थान एवं पंजाब के आंकड़े बेहद चिंताजनक हालात की ओर इशारा कर रहे हैं। जबकि इन आंकड़ों के मुताबिक उत्तर प्रदेश में स्थिति काबू में है।

जानें राज्यों में कितने पशु हुए लंपी वायरस से संक्रमित 
आधिकारिक आंकड़ों के अनुसार राजस्थान में 11.34 लाख पशु लंपी वायरस से संक्रमित हुए हैं। इनमें 50,366 की मृत्यु हुई है। वहीं, पंजाब में संक्रमित हुए पशुओं की संख्या 1,73,159 है, जिनमें 17,200 पशुओं की मृत्यु हुई है। गुजरात में 1,56,236 पशु इस वायरस से प्रभावित हुए हैं, जिनमें 5,544 की मृत्यु हुई है। इसके अलावा हिमाचल प्रदेश में 66,333 पशु संक्रमित हुए हैं, जिनमें 2,993 मृत्यु हुई है। हरियाणा में 97,821 पशु प्रभावित हुए हैं, जिनमें मृत्यु हुई 1,941 है। जम्मू-कश्मीर में संक्रमित हुए पशुओं का आंकड़ा 32,391 है, जिनमें 333 पशुओं की मृत्यु हुई है। वहीं उत्तर प्रदेश में अब तक 26,024 पशु इस वायरस से प्रभावित हुए हैं, जिनमें में 273 पशुओं की मृत्यु दर्ज हुई है। उप्र में पशुओं के संक्रमण से ठीक होने का प्रतिशत 64 प्रतिशत है और मृत्यु दर मातृ 01 प्रतिशत है। 

'लंपी वायरस के लिए ‘टीम 9' बनाकर नियमित समीक्षा कर रहे'- पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह
उत्तर प्रदेश के पशुधन मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा, ‘‘मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर हम कोरोना की तर्ज पर लंपी वायरस के लिए भी ‘टीम 9' बनाकर नियमित समीक्षा कर रहे हैं। हमने इलाज और वैक्सीनेशन का वृहद अभियान चलाया है। इस पर काबू करने में हमें सफलता मिली है।''   


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Content Editor

Harman Kaur

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