रो रहा था आधी मिट्टी में धंसा 7 दिन का नवजात और जिंदा दफन करने की तैयारी कर रहा था बेरहम अधेड़

punjabkesari.in Monday, Jun 28, 2021 - 12:25 PM (IST)

सोनभद्रः ये सच है कि इंसान के अंदर यदि इंसानियत ही नहीं हो तो उसकी गिनती किसमें होगी क्योंकी जानवर भी प्रेम की भाषा समझते हैं। दरअसल ऐसे लोगों की गिनती दरिंदों में होती है। जिनमें न तो प्यार होता है और न ही किसी के दर्द को समझने की क्षमता। ताजा ह्रदयविदारक मामला उत्तर प्रदेश के सोनभद्र का है। जहां जिले के श्मशान में 7 दिन के नवजात को एक अधेड़ जिंदा दफन कर रहा था। नवजात आधी मिट्टी में धंस चुका था और अधेड़ उसे और दफन कर रहा था। तभी पास काम कर रही महिलाओं ने बच्चे की रोने की आवाज सुनी और पास आईं। तब जाकर बच्चे की जान बच पाई हालांकी दरिंदा वहां से भाग गया।

बता दें कि जिले के रेणुसागर मोड़ के पास स्थित श्मशान में एक सप्ताह के शिशु को बेरहम जिंदा दफन कर रहा था। सुनीता ने कब्र के पास जाकर देखा तो आधी मिट्टी में दफन एक शिशु रो रहा है। सुनीता ने तत्काल उसे बाहर निकाला। उसे साफ-सुथरा कर गोद में खिलाकर उसे चुप कराया। वहां पहुंची पुलिस ने शिशु को अस्पताल में भर्ती कराया है।

इस बाबत अनपरा पुलिस ने बताया कि रेणुसागर मोड़ पर स्थित श्मशान घाट पर के पास में ही काम कर रही महिला श्रमिक सुनीता ने एक शिशु के रोने की आवाज सुन कर वहां पहुंची। वहां देखा कि एक अधेड़ व्यक्ति एक छोटी सी कब्र खोद कर उसमें कुछ दफना रहा है। सुनीता ने कब्र के पास जाकर देखा तो आधी मिट्टी में दफन एक शिशु रो रहा है। वहीं भीड़ देखकर दरिंदा भाग गया।

 

 

 

Content Writer

Moulshree Tripathi