7 बार एमएलए रहे इस नेता के पास नही है खुद का घर

punjabkesari.in Tuesday, Feb 07, 2017 - 03:29 PM (IST)

कानपुरः उत्तर प्रदेश में चुनावी माहौल के बीच एक ऐसे शख्स भी है जो 7 बार एमएलए रह चुके है, लेकिन जिनके पास अब तक अपना खुद का घर नही है। जोकि अपने बेटे के साथ किराए के मकान में रहते है। जिन्होंने छात्र जीवन से क्रांतिकारी आंदोलनों में अहम भूमिका निभाई थी।

इस बात का है पछतावा 
बता दें, कि यूपी के कानपुर जिले के रहने वाले 97 साल के भगवती सिंह विरशाद 7 बार  विधायक रहने के बाद भी वर्तमान समय में एक किराए के मकान में रह रहे है। जहां वह अपने जीवन के अंतिम दिन गुजार रहे हैं। भगवती सिंह का कहना है कि वो 7 बार एमएलए रहे परन्तु कभी भी अपने मकान के बारे में सोच नही पाए, परन्तु अब उन्हें इस बात का पछतावा है। भगवती सिंह ने कहा कि उन्नाव से कानपुर आने के बाद कॉलेज के वक्त में कई क्रांतिकारियों से उनका संपर्क हो गया था। उन्हें देखकर उनमें भी लोगों की सेवा करने की भावना जागी। उन दिनों कांग्रेस पार्टी का बोलबाला था। उइस लिए वह भी कांग्रेस में शामिल हो गए थे।

कब-कब दर्ज की जीत
भगवती ने कहा कि 1957 के विस चुनाव में पीएसपी पार्टी ने उन्हें उन्नाव के बारासगवर सीट से चुनाव लड़वाया और वह वहां से जीत गए। 1962 के चुनाव में बारासगवर सीट से कांग्रेस कैंडिडेट देवदत्त से वह हार गए। 1967 के चुनाव में उन्होंने जीत दर्ज की। इसके बाद 1969 के विस चुनाव में वह कांग्रेस के टिकट पर लड़े और जीत गए। यहीं से कांग्रेस के साथ उनका सफर शुरू हो गया। उनकी जीत का यह  सिलसिला 1974 में भी जारी रहा। वहीं साल 1977 में बीजेएस के देवकी नन्दन से वह हार गए, लेकिन 1980 और 1985 के चुनाव में जीत हासिल कर ली। भगवती ने कहा कि 1991 में अपने आखरी चुनाव में चौधरी देवकी नंदन को हराकर वह 7वीं बार एमएलए बने।

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