कैफे और कॉलेज की गलतियों का खामियाजा भुगत रहे छात्रः फार्म भरने में हुई गलतियों से 77 हजार छात्र होंगे छात्रवृत्ति से वंचित

punjabkesari.in Wednesday, Apr 17, 2024 - 11:14 PM (IST)

लखनऊ: साइबर कैफे और कॉलेज के स्तर से फार्म भरने में हुई गलतियों का खामियाजा छात्र- छात्राओं को भुगतना पड़ा। पिछले वित्तीय वर्ष (2023-2024) में 77 हजार छात्र-छात्राएं छात्रवृत्ति से वंचित रह गए। शुक्रवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में छात्र छात्राओं को आवेदन करने के लिए दोबारा अवसर दिया जाए या नहीं इसको लेकर बैठक होगी।

मार्च के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में 20 लाख से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई
पिछले वित्तीय वर्ष में अक्टूबर के अंतिम सप्ताह से छात्रवृत्ति के लिए आवेदन शुरू हुए थे। 18 जनवरी 2024 तक छात्रवृत्ति के लिए फार्म भरे गए और 23 जनवरी 2024 को फार्म अग्रसारित किए गए। मार्च के अंतिम सप्ताह में प्रदेश में 20 लाख से अधिक छात्रों को छात्रवृत्ति दी गई। फार्म भरने के दौरान हुई गलती के कारण छात्रवृत्ति से वंचित हुए 77 हजार छात्र-छात्राएं जिला समाज कल्याण अधिकारी, कॉलेज और समाज कल्याण निदेशालय के चक्कर काटते रहे। अधिकारियों से मिलकर फार्म में हुई गड़बड़ी के बारे में बताया।

पोर्टल दोबारा खोलने के लिए शुक्रवार को मुख्य सचिव की अध्यक्षता में होगी बैठक
अधिकतर फार्मों में अनुक्रमांक, पाठ्यक्रम और प्राप्तांक/पूर्णांक भरने में गलतियां हुईं। समाज कल्याण निदेशालय ने पूरा मामला शासन को भेजा है। शासन स्तर पर मुख्य सचिव की अध्यक्षता में बैठक होगी। बैठक में वित्त विभाग के प्रमुख सचिव समेत अन्य विभागों के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। बैठक में इस बात पर विचार किया जाएगा कि वंचित छात्र-छात्राओं को आवेदन के लिए दोबारा अवसर दिया जाए या नहीं। अगर अवसर दिए जाने पर सहमित व बनती है तो पोर्टल खोला जाएगा और वंचित छात्र-छात्राएं आवेदन कर सकेंगे। समाज कल्याण निदेशक कुमार प्रशांत ने कहा कि प्रयास किया जाएगा कि वंचित छात्र-छात्राओं को छात्रवृत्ति का लाभ मिल सके।

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Ajay kumar