प्यास से तड़प-तड़प कर गई 900 मुर्गों की जान, परेशान मालिक ने ठहराया इन्हें जिम्मेदार

punjabkesari.in Thursday, Aug 04, 2022 - 03:34 PM (IST)

शामली: उत्तर प्रदेश के जनपद शामली से 900 मुर्गों का प्यास से तड़प तड़प कर मरने का मामला सामने आया है। पोल्ट्री फार्म के मालिक ने मुर्गों की मौत का जिम्मेदार बिजली विभाग को ठहराया है। आरोप है कि उसके कई बार आग्रह के बावजूद भी पानी चढ़ाने के लिए बिजली विभाग द्वारा बिजली नहीं छोड़ी गई जिस कारण उसके मुर्गे प्यास से तड़प तड़प कर मर गए।

पूरा मामला जनपद शामली के थाना आदर्श मंडी क्षेत्र के गांव कसेरवा का है। जहां पर देवेंद्र नाम के व्यक्ति एक पोल्ट्री फार्म चलाते हैं जिसमें करीब 3000 मुर्गों का पालन पोषण किया जा रहा है जिसमें से करीब 900 मुर्गों ने पानी न मिलने के कारण प्याज से तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। देवेंद्र का कहना है कि उसने लाइट की व्यवस्था के लिए अलग से अपने यहां जनरेटर भी लगाया हुआ है लेकिन किसी कारण उसका जनरेटर भी खराब हो गया। जिसके बाद उसने बिजली विभाग के जेई से कई बार आग्रह किया कि वह महज कुछ ही समय के लिए ही सही लेकिन बिजली छोड़ दें ताकि वह पानी चला कर अपने मुर्गो कॉपी ला सके और उनकी प्यास बुझा सके। उसने कहीं बाहर विद्युत विभाग के जेई को यह भी कहा कि अगर उसके मुर्गों को पानी नहीं मिला तो वह दम तोड़ देंगे और हुआ भी कुछ ऐसा ही। पोल्ट्री फार्म में मौजूद 3000 मुर्गों में से करीब 900 मुर्गों ने पानी न मिलने के कारण प्यास से तड़प तड़प कर दम तोड़ दिया। अब पोल्ट्री फार्म के मालिक देवेंद्र मुर्गों की प्यास के कारण हुई मौत का जिम्मेदार बिजली विभाग को ठहरा रहा है। उसका कहना है कि वह कमर्शियल बिजली का बिल भी जमा करता है बावजूद उसके उसे समय पर बिजली नहीं मिल पाई।

वहीं जब हमने शामली के पशु चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर सुधीर कुमार गोयल से जानकारी ली कि बिना पानी पिए मुर्गे कितने समय तक जीवित रह सकते हैं तो उन्होंने बताया कि इस समय असल में गर्मी बहुत ज्यादा पड़ रही है और हुंमिडिटी बहुत ज्यादा हाई है। हम पोल्ट्री को हाई प्रोटीन डाइट देते हैं जिसमें प्रोटीन की मात्रा ज्यादा होती है चाहे वह अंडे वाली मुर्गी हो या जो मीट के लिए हम लोग पालते हैं वह हो। प्रोटीन ज्यादा देने की वजह से उसके शरीर में यूरिक एसिड बनता है जो पानी की कमी की वजह से शरीर से बाहर नहीं निकल पाता, वह शरीर में ही इकट्ठा  होता रहता है। वह सबसे पहले जोड़ों में इकट्ठा होता है और जोड़ों में चलने की परेशानी शुरू हो जाती है। मुर्गी को और अगर 6 से 8 घंटे पानी ना मिले तो मृत्यु शुरू हो जाती है। 24 घंटे अगर उसे पानी नहीं मिलेगा तो भारी संख्या में मुर्गों की मृत्यु हो सकती है।

 

 

 

 

 

Content Writer

Ajay kumar