वायु सेना की 91वीं वर्षगांठ आज; एयर फोर्स डे पर म‍िला नया ध्वज, CM योगी ने दी बधाई

punjabkesari.in Sunday, Oct 08, 2023 - 12:14 PM (IST)

Air Force Day: भारतीय वायु सेना की आज 91वीं वर्षगांठ है। इस अवसर पर वायु सेना उत्तर प्रदेश में प्रयागराज में बमरौली वायु सेना केंद्र में शानदार परेड का आयोजन कर इस दिवस को मना रही है। आज वायुसेना को नया झंडा मिला है। जिसके साथ ही यह दिन वायु सेना के इतिहास में ऐतिहासिक दिन के रूप में दर्ज हो गया। इस तरह नौसेना के बाद वायु सेना को नया ध्वज मिल गया है। वहीं, वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने वायु सेना की 91 वीं वर्षगांठ के मौके पर यहां आयोजित भव्य समारोह में नये वायु सेना ध्वज का अनावरण किया। इस दिवस पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने वायु सेना को बधाई दी है।



बता दें कि इस मौके पर वायु सेना की ताकत और मारक क्षमता का प्रदर्शन करते हुए भव्य परेड निकाली गयी। वायु सेना के अनुसार नया ध्वज भारतीय वायु सेना के मूल्यों को बेहतर ढंग से प्रकट करने के लिए बनाया गया है। इसके लिए ध्वज के ऊपरी दाएं कोने में ‘फ्लाई साइड' की ओर वायु सेना क्रेस्ट को शामिल किया गया है। इस क्रेस्ट में राष्ट्रीय प्रतीक अशोक स्तंभ और उसके नीचे देवनागरी में ‘सत्यमेव जयते' लिखा है। नीचे एक हिमालयी ईगल है जिसके पंख फैले हुए हैं, जो भारतीय वायुसेना के रणकौशल को दर्शाता है। हल्के नीले रंग की एक अंगूठी जैसी आकृति हिमालयी ईगल को घेरे हुए है जिस पर ‘भारतीय वायु सेना' लिखा है। हिमालयी ईगल के नीचे सुनहरे रंग में देवनागरी में भारतीय वायुसेना का आदर्श वाक्य ‘नभ: स्पृशं दीप्तम्' अंकित है। यह आदर्श वाक्य भगवद गीता के अध्याय 11 के श्लोक 24 से लिया गया है और इसका अर्थ ‘उज्ज्वल तू स्वर्ग को छूएगा' या दूसरे शब्दों में ‘गौरव के साथ आकाश को छूना' है।



'वायु सेना को युद्ध में हावी होने के लिए रणकौशल बढ़ाना होगा'
इतिहास में पीछे जाएं तो रॉयल वायुसेना के ध्वज में ऊपरी ओर बाएं कैंटन में यूनियन जैक और फ्लाई साइड पर रॉयल वायु सेना का लाल, सफेद और नीले रंग का निशान शामिल था। स्वतंत्रता के बाद, निचले दाएं कैंटन में यूनियन जैक को भारतीय तिरंगे और ‘रॉयल वायु सेना निशान' को ‘वायु सेना तिरंगे' के साथ प्रतिस्थापित करके भारतीय वायु सेना का ध्वज बनाया गया था। वहीं, इस अवसर पर वायु सेना प्रमुख एयर चीफ मार्शल वी आर चौधरी ने कहा है कि आधुनिक युद्धों की कोई सीमा नहीं है इसलिए वायु सेना को हर तरह के युद्ध में हावी होने के लिए अंतरिक्ष , साइबर और जमीनी क्षमताओं के तालमेल को बढाते हुए अपने रणकौशल को बढ़ाना होगा।

Content Editor

Pooja Gill