बैग में रोता मिला 5 महीने का बच्चा, पिता ने खत में लिखा- ‘5-6 महीने पाल लो...पैसे भेजता रहूंगा''

punjabkesari.in Sunday, Nov 08, 2020 - 02:11 PM (IST)

अमेठी: जिले से एक दिल को दहला देने वाली खबर सामने आई है, जिसे सुनकर आप भी हैरान और परेशान हो जाएंगे। यहां एक पिता ने अपनी बेबसी के चलते पांच महीने के मासूम बेटे को बैग में रखकर लावारिस छोड़ दिया। इतना ही नहीं, उसने बैग में बच्चे के लिए गर्म कपड़ा, जूता, जैकेट, साबुन, विक्स, दवा, 5 हजार रुपए और बेबसी की एक भावुक चिट्ठी भी छोड़ी थी। चिट्ठी में पिता ने लिखा, 5-6 महीने पाल लो, मेरी फैमिली में इसकी जान को खतरा है, पैसे मै भेजता रहूंगा।



बैग से बच्चे के रोने की आवाज पर लोगों ने दी 112 पर सूचना
बता दें कि मुंशीगंज क्षेत्र के त्रिलोकपुर इलाके से अमेठी पुलिस ने एक पांच महीने के बच्चे को बैग से बरामद किया है। प्राप्त जानकारी के मुताबिक, यूपी पुलिस की हेल्पलाइन 112 पर बुधवार को एक बच्चे के बैग में पड़े होने की सूचना मिली थी। सूचना पर यूपी पुलिस की एक टीम कोतवाली मुंशीगंज क्षेत्र के त्रिलोकपुर इलाके में रहने वाले आनन्द ओझा के आवास के पास पहुंची। यहां एक बैग से रोने की आवाज आने के बाद लोगों ने कंट्रोल रूम को इसकी जानकारी दी थी। मौके पर पहुंची टीम ने जब बैग खोला तो उसमें एक बच्चे के साथ कपड़े, जूते, 5 हजार रुपए और पिता के बेबसी का एक भावुक खत मिला।


'पैसे भेजता रहूंगा...कृपया इसे 5 से 6 महीने तक संभाल लें'
पिता ने खत में लिखा था कि, “यह मेरा बेटा है। इसे मैं आपके पास 5-6 महीने के लिए छोड़ रहा हूं। हमने आपके बारे में बहुत अच्छा सुना है, इसलिए मैं अपना बच्चा आपके हवाले कर रहा हूं। 5000 रुपये के हिसाब से मैं आपको पैसा देता रहूंगा। आप से हाथ जोड़कर विनती है कि कृपया इस बच्चे को संभाल लो। मेरी कुछ मजबूरी है। इस बच्चे की मां नहीं है और मेरी फैमिली में इसके लिए खतरा है। इसलिए 5-6 महीने तक आप अपने पास रख लीजिए। सब कुछ सही करके मैं आपसे मिलकर अपने बच्चों को ले जाऊंगा।”

पिता ने लिखा- ‘आपको और पैसे चाहिए तो बता दीजिएगा’
नवजात के पिता ने आगे लिखा कि, “कोई बच्चा आपके पास छोड़ कर गया है, यह किसी को मत बताना। नहीं तो यह बात सबको पता चल जाएगी जो मेरे लिए सही नहीं होगा। सबको यह बता दीजिएगा, यह बच्चा आपके दोस्त का है और उसकी बीबी हॉस्पिटल में कोमा में है। अगर आपको और पैसे चाहिए तो बता दीजिएगा। मैं और दे दूंगा। बस बच्चे को रख लीजिए। इसकी जिम्मेदारी लेने से डरिएगा नहीं। भगवान ना करे अगर कुछ होता है तो फिर मैं आपको ब्लेम नहीं करूंगा। मुझे आप पर पूरा भरोसा है।”

बच्चे के पिता और चिट्ठी की सच्चाई का पता लगा रही पुलिस
जानकारी मुताबिक कोतवाली प्रभारी ने बच्चे को उस शख्स को सुपुर्द करने का आदेश दिया, जिन्होंने फोन कर इसकी जानकारी पुलिस को दी थी। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि बच्चे को देखरेख के लिए कॉलर के पास ही छोड़ा गया है। इसके अलावा इस बात का भी पता लगाया जा रहा है कि ये बच्चा किसका है और कौन इसे इस तरह से यहां पर छोड़कर गया है? साथ-साथ पुलिस, पिता की भावुक चिट्ठी की सच्चाई का भी पता लगा रही है।

 

Umakant yadav