Loksabha Election 2019: एक नजर इलाहाबाद लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Thursday, May 09, 2019 - 01:17 PM (IST)

प्रयागराजः उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर 7 चरणों में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण के अंतर्गत 8 और दूसरे चरण के अंतर्गत 8, तीसरे चरण के अंतर्गत 10, चौथे चरण में 13 और पांचवें चरण में 14 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुके हैं। वहीं 12 मई को छठे चरण में 14 लोकसभा सीटों सुलतानपुर, प्रतापगढ़, फूलपुर, इलाहाबाद, अम्बेडकरनगर, श्रावस्ती, डुमरियागंज, बस्ती, संतकबीरनगर, लालगंज, आजमगढ़, जौनपुर, मछलीशहर, भदोही में मतदान होने जा रहे हैं। इस खबर में हम आपको इलाहाबाद सीट के बारे में बताने जा रहे हैं।

बेहद खूबसूरत है यहां का राजनीतिक इतिहास
पूरब का आक्सफोर्ड कहे जाने वाले इलाहाबाद को कई रूप में याद किया जाता है। संगम किनारे बसे इस शहर का जुड़ाव इतिहास के साथ-साथ शिक्षा जगत के लिए मशहूर है। पहले प्रधानमंत्री जवाहर लाल नेहरू की जन्मस्थली इलाहाबाद ही है और ये शहर उस इतिहास को आज भी संजोए हुए हैं। सदियों से लगने वाले कुंभ मेले, इलाहाबाद विश्वविद्यालय से निकलने वाले छात्र, और खान पान का अलग रंग सजोए हुए ये शहर पूरी दुनिया में मशहूर है। इसके अलावा यहां का राजनीतिक इतिहास भी बेहद खूबसूरत है। लाल बहादुर शास्त्री, मुरली मनोहर जोशी, वीपी सिंह, जनेश्वर मिश्र, रीता बहुगुणा जोशी, हेमवंती नंदन बहुगुणा, अमिताभ बच्चन जैसे दिग्गज यहां से सांसद रहे। इस सीट पर अब तक 16 बार लोकसभा चुनाव और 3 बार उपचुनाव हुए हैं। 1952 से लेकर 1971 तक कांग्रेस का कब्जा रहा। 1952 में पहली बार हुए लोकसभा चुनाव में स्वतंत्रता सेनानी श्रीप्रकाश कांग्रेस सांसद चुने गए। इसके बाद लाल बहादुर शास्त्री 1957 में इस सीट से चुनाव जीते। शास्त्री 1962 में भी यहां से सांसद रहे। 1967 में हरिकृष्णा शास्त्री और 1971 में हेमवती नंदन सांसद चुने गए।

1973 में भारतीय क्रांति दल के जनेश्वर मिश्रा सासंद बने। 1977 में जनेश्वर मिश्रा भारतीय लोकदल से चुनाव लड़े और जीते। 1980 के चुनाव में वीएन पंत ने यहां कांग्रेस की वापसी कराई और चुनाव जीते। 1984 में अमिताभ बच्चन कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़े और जीते। 1988 में हुए उपचुनाव में वीपी सिंह ने निर्दलीय प्रत्याशी के रूप में चुनाव जीता। 1989 के आम चुनाव में जनता दल से जनेश्वर मिश्र चुनाव जीते। 1991 में यहां जनता दल ने सरोज दुबे को टिकट दिया और सरोज दूबे चुनाव जीत गए, लेकिन 1996 में यहां से मुरली मनोहर जोशी ने पहली बार कमल खिलाया। जोशी यहां से 1998 और 1999 में भी सांसद बने।

वहीं 2004 के चुनाव में कुंवर रेवती रमण सिंह यहां से समाजवादी पार्टी के खाते से सांसद बने। 2009 के चुनाव में भी रेवती रमण ने जीत हासिल की, लेकिन 2014 के चुनाव में पूर्व सपा नेता और कारोबारी श्यामा चरण गुप्ता बीजेपी में शामिल हो गए और चुनाव जीते। 2019 में हो रहे लोकसभा के आम चुनाव में बीजेपी ने पूर्व कांग्रेस नेता रीता बहुगुणा जोशी को चुनाव में उतारा है। कांग्रेस ने योगेश शुक्ला, गठबंधन में सपा के खाते से राजेंद्र प्रताप सिंह पटेल उर्फ खरे और आम आदमी पार्टी से किन्नर अखाड़े की महामडलेश्वर भवानी नाथ वाल्मीकि यहां मैदान में हैं।

इलाहाबाद लोकसभा क्षेत्र

इलाहाबाद लोकसभा के अंतर्गत 5 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें मेजा, करछना, इलाहाबाद दक्षिण, बारा और कोरांव सीटें शामिल हैं। 2017 के विधानसभा चुनाव में पांच में से चार पर बीजेपी ने जीत हासिल की और करछना सीट पर समाजवादी पार्टी ने जीत हासिल की।

एक नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में इलाहाबाद सीट पर कुल 16,93,447 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,27,964 है। जबकि महिला वोटरों की संख्या 7,65288 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 195 है।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

इलाहाबाद लोकसभा सीट पर 2014 के चुनाव में सपा से बीजेपी में शामिल होकर श्यामा चरण गुप्ता सांसद बने। श्यामा चरण ने सपा के कुंवर रेवती रमण को चुनाव हराया था। श्यामा चरण गुप्ता को कुल 3,13,772 वोट मिले थे। वहीं रेवती रमण को कुल 2,51,763 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बसपा की केसरी देवी पटेल रही, जिन्हें 1,62,73 वोट मिले थे।

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे

2009 के लोकसभा चुनाव में सपा से कुंवर रेवती रमण सिंह यहां से चुनाव जीते। रेवती रमण ने बसपा के अशोक कुमार बाजपेई को चुनाव हराया था। इस चुनाव में रेवती रमण को कुल 2,09,431 वोट मिले थे। वहीं अशोक कुमार बाजपेई को 1,74,511 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर बीजेपी के योगेश शुक्ला रहे, जिन्हें 60,997 वोट मिले थे।

लोकसभा चुनाव 2004 के नतीजे

2004 के लोकसभा चुनाव इस सीट पर बड़ा उलटफेर हुआ था। यहां रेवती रमण सिंह ने 3 बार से सांसद रहे बीजेपी के मुरली मनोहर जोशी को हरा कर चुनाव जीता था। इस चुनाव में रेवती रमण को कुल 2,34,008 वोट मिले थे, जबकि मुरली मनोहर जोशी को कुल 2,05,625 वोट मिले। तीसरे नंबर पर बसपा के आर.के सिंह पटेल रहे, जिन्हें 1,11,576 वोट मिले थे।

Deepika Rajput