Loksabha Election 2019: एक नजर फतेहपुर लोकसभा सीट पर

punjabkesari.in Sunday, May 05, 2019 - 12:20 PM (IST)

फतेहपुरः उत्तर प्रदेश की 80 लोकसभा सीटों पर 7 चरणों में चुनाव हो रहे हैं। पहले चरण के अंतर्गत 8, दूसरे चरण के अंतर्गत 8, तीसरे चरण के अंतर्गत 10 और चौथे चरण में 13 लोकसभा सीटों पर मतदान हो चुके हैं। वहीं 6 मई को पांचवें चरण में 14 लोकसभा सीटों धौरहरा, सीतापुर, मोहनलालगंज, लखनऊ, रायबरेली, अमेठी, बांदा, फतेहपुर, कौशाम्बी, बाराबंकी, फैजाबाद, बहराइच, कैसरगंज और गोंडा में मतदान होने जा रहे हैं। इस खबर में हम आपको फतेहपुर लोकसभा सीट के बारे में बताने जा रहे हैं।

इस खास वजह से जानी जाती है फतेहपुर लोकसभा सीट
फतेहपुर लोकसभा सीट एक खास वजह से जानी जाती है। यह सीट राष्ट्रीय राजनीति में कांग्रेस को पटखनी देने वाले वीपी सिंह के नाम से जानी जाती है। विश्वनाथ प्रताप सिंह 1989 में इसी सीट से चुनाव जीते थे। इस लोकसभा सीट पर अब तक 16 बार चुनाव हुए हैं। पहली बार इस सीट पर 1957 में लोकसभा चुनाव हुआ। इस चुनाव में कांग्रेस के अंसार हर्वानी चुनाव जीतकर सांसद बने। 1962 में निर्दलीय उम्मीदवार के तौर पर गौरी शंकर कक्कर सांसद चुने गए। वहीं 1967 में काग्रेस ने फिर इस सीट पर वापसी की और संत बक्श सिंह सांसद बने। 1971 के चुनाव में भी संत बक्श ही सांसद बने, लेकिन 1977 के चुनाव में भारतीय लोकदल से बशीर अहमद ने कांग्रेस को चुनाव हराया। वहीं 1978 में हुए उपचुनाव में जनता पार्टी के लियाकत हुसैन यहां से सांसद बने, लेकिन 1980 में हुए आम चुनाव में कांग्रेस ने फिर इस सीट पर वापसी की और यहां से हरिकिशन शास्त्री सांसद बने।
शास्त्री 1984 में भी चुनाव जीते, लेकिन 1989 में जनता दल के टिकट पर चुनाव लड़े वीपी सिंह ने यहां से चुनाव जीता। वीपी सिंह 1991 में भी यहां से सांसद चुने गए। 1996 में बसपा से विशंभर प्रसाद निषाद ने जीत हासिल की। 1998 में चुनाव में बीजेपी के अशोक कुमार पटेल यहां से चुनाव जीते। पटेल 1989 और 1999 में यहां से सांसद रहे। 2004 के लोकसभा चुनाव में बहुजन समाज पार्टी के महेंद्र प्रसाद निषाद यहां से सांसद चुने गए। 2009 में समाजवादी पार्टी के राकेश सचान सांसद और 2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी की निरंजन ज्योति यहां की सांसद चुनी गईं और मोदी सरकार में मंत्री बनीं।

फतेहपुर लोकसभा क्षेत्र

फतेहपुर लोकसभा क्षेत्र के अंतर्गत 6 विधानसभा सीटें आती हैं। इनमें फतेहपुर, जहानाबाद, बिन्दकी, अयाह शाह, खागा और हुसैनगंज विधानसभा सीट शामिल हैं, जिसमें से खागा सीट अनुसूचित जाति के लिए आरक्षित है। 2017 के विधानसभा चुनाव में इन 6 सीटों में से 5 सीटों पर बीजेपी और जहानाबाद सीट पर अपना दल (एस) का कब्जा है। सपा और कांग्रेस ने गठबंधन कर के चुनाव लड़ा, लेकिन सफलता हाथ नहीं लगी। वहीं बसपा को भी इस यहां एक भी सीट पर सफलता नहीं मिली।

एक नजर 2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव के आंकड़ों पर

2019 में होने वाले लोकसभा चुनाव में फतेहपुर सीट पर कुल 18,20,435 वोटर अपने मत का प्रयोग करेंगे। जिनमें पुरुष मतदाताओं की संख्या 9,87,450 है, जबकि महिला वोटरों की संख्या 8,32,925 है। वहीं ट्रांस जेंडर वोटरों की संख्या 60 है।

एक नजर 2014 लोकसभा चुनाव के नतीजों पर

2014 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी साध्वी निरंजन की ज्योति ने यहां से चुनाव जीता और संसद पहुंचीं। निरंजन ज्योति को कुल 4,85,994 वोट मिले थे। वहीं दूसरे नंबर पर बसपा के अफजल सिद्दकी थे, जिन्हें 2,98,788 वोट मिले थे। तीसरे नंबर पर सपा के राकेश सचान रहे, जिन्हें 1,79,724 वोट मिले।

लोकसभा चुनाव 2009 के नतीजे

2009 में हुए लोकसभा चुनाव में सपा प्रत्याशी राकेश सचान यहां से सांसद बने। राकेश को कुल 2,18,953 वोट मिले। दूसरे नंबर पर बसपा के महेंद्र प्रसाद निषाद रहे, जिन्हें कुल 1,66,725 वोट मिले। तीसरे नंबर पर बीजेपी के राधेश्याम गुप्ता रहे, जिन्हें 1,15,712 वोट मिले।

लोकसभा चुनाव 2004 के नतीजे

2004 में हुए लोकसभा चुनाव में बसपा के महेंद्र प्रसाद निषाद यहां से सांसद बने। निषाद को कुल 1,63,568 वोट मिले। दूसरे नंबर पर सपा के अचल सिंह रहे, जिन्हें 1,11,000 वोट मिले। तीसरे नंबर पर बीजेपी के अशोक पटेल रहे, जिन्हें 1,1,484 वोट मिले।

Deepika Rajput