अस्पताल के गेट पर दर्द से कराहती रही गर्भवती महिला, भर्ती ना होने पर सड़क पर दिया बच्चे को जन्म

punjabkesari.in Wednesday, Jun 19, 2019 - 04:40 PM (IST)

आगराः आगरा के रुनकता में प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र रुनकता को हेल्थ एंड वेलनेस सेन्टर बनाया गया था ताकि यहां पर लोगों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं मिल सकें, लेकिन हकीकत में यहां इसका उल्टा हो रहा है। स्वास्थ्य केन्द्र में प्रसव पीड़ा से करा रही महिला को भर्ती नहीं किया गया। फिर उसने स्वास्थ्य केन्द्र के सामने ही बच्चे को जन्म दे दिया। इससे गुस्साए लोगों ने स्वास्थ्य कर्मचारी की पिटाई कर दी।

दरअसल, आगरा के रुनकता निवासी श्याम की पत्नी नैना को प्रसव पीड़ा हुई। श्याम अपनी पत्नी को लकेर प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्र, रुनकता पर ले गया। श्याम का आरोप है कि वहां मौजूद महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों ने नैना को भर्ती करने से मना कर दिया। भर्ती करने के लिए 2 हजार रुपये की मांग की। स्वास्थ्य केन्द्र के सामने पीड़ा से कराह रही महिला को देखकर अन्य लोग आ गए। जब पता चला कि प्रसव पीड़ा है तो महिलाएं भी आ गईं। महिलाओं ने ही नैना को प्रसव कराया।

स्वास्थ्य केन्द्र से 50 मीटर दूर सड़क पर बच्चे का जन्म हुआ। इसके बाद लोग एकत्रित होकर स्वास्थ्य केन्द्र पर पहुंचे। वहां महिला स्वास्थ्य कर्मचारियों को खरी-खोटी सुनाई। एक महिला की पिटाई कर दी। जब लगा कि भीड़ कुछ भी कर सकती है तो नैना को स्वास्थ्य केन्द्र में भर्ती कर लिया। फिलहाल जच्चा और बच्चा स्वस्थ है। इस मामले में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. मुकेश कुमार वत्स का कहना है कि इस मामले में महिला नर्स की लापरवाही सामने आयी है। जिसकी जांचकर विभागीय कार्रवाई की जायेगी।

यूपी में ये कोई पहला मामला नही है जब प्रसव से पीड़ित महिला ने अस्पताल के बाहर बच्चे को सड़क जन्म दिया है। लेकिन सरकारी अस्पतालों में लगातार हो रही ऐसी घटनाओं पर कब अंकुश लगेगा ये एक बड़ा सवाल है?

 

Tamanna Bhardwaj