UP के हर जिले की एक नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा: मंत्री धर्मपाल सिंह

punjabkesari.in Saturday, May 26, 2018 - 11:48 AM (IST)

लखनऊः उत्तर प्रदेश के सिंचाई मंत्री धर्मपाल सिंह ने कहा कि राज्य में नदियों का अस्तित्व संकट में है, इस लिए प्रत्येक जिले में मनरेगा एवं श्रमदान से एक-एक नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा।  

सिंह ने बांदा के कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में जिला योजना समिति की बैठक में कहा कि अविरल नदियां-निर्मल नदियां बनाने के लिए सरकार प्रयास कर रही है, इसके लिए प्रत्येक जिले में मनरेगा तथा श्रमदान से एक-एक नदी को पुनर्जीवित किया जाएगा। नदियों को संरक्षित रखने के लिए सभी की सहभागिता आवश्यक है। नदियों के जीर्णोद्धार के लिए जनप्रतिनिधियों, अधिकारियों, कर्मचारियों व जनसामान्य द्वारा श्रमदान किया जाए।   

बैठक में बांदा जिले के सर्वांगीण विकास के लिए वित्तीय वर्ष 2018-19 के लिए तीन अरब 67 करोड़ 41 लाख का परिव्यय स्वीकृत किया गया जो गत वर्ष की परिव्यय की तुलना में 19 करोड़ 26 लाख अधिक है। इसके तहत प्रमुख क्षेत्रों, कृषि विकास मेें 15 करोड़ 22 लाख, संपर्क मार्ग के निर्माण में 50 करोड़ 54 लाख, रोजगार के लिए 95 करोड़ 47 लाख, आवास निर्माण के लिये 88 करोड़ 84 लाख, पेयजल के लिए 24 करोड़ 03 लाख, समाज कल्याण के क्षेत्र में 30 करोड़ 27 लाख, चिकित्सा में 12 करोड़ 52 लाख का परिव्यय स्वीकृत किया गया है। 

उन्होंने कहा कि कृषि भारत की अर्थव्यवस्था का आधार है, इसलिए कृषि विभाग के अधिकारियों को निर्देश दिए कि अपने विभाग की योजनाओं के क्रियान्वयन में शिथिलता न बरती जाए। उन्होंने कहा कि कृषि व उद्यान विभाग द्वारा संयुक्त रुप से कृषकों के उन्नयन के लिए कार्य किया जाए। सिंचाई मंत्री ने बताया कि स्प्रिकंलर और ड्रिप सिंचाई पद्धति में लघु तथा सीमान्त कृषकों को 90 प्रतिशत का अनुदान एवं अन्य कृषकों को 80 प्रतिशत का अनुदान दिया जा रहा है। 

उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना के तहत सरकार ने फसल का 33 प्रतिशत नुकसान होने पर ही क्षतिपूर्ति दिए जाने की व्यवस्था की है तथा यदि किसान सूखा या किसी अन्य कारण से फसल की बुआई नहीं कर पाता तो भी उसे बीमा योजना के तहत लाभ प्रदान किया जाएगा।  उन्होंने कहा कि जिले में जल संरक्षण व जल संवर्धन के दृष्टिकोण से चेकडैम निर्माण का विषय अत्यन्त महत्वपूर्ण है। 

Ruby